विधायक धौहनी कुवर सिंह टेकाम ने वीरांगना महारानी दुर्गावती गौरवा यात्रा का किया शुभारंभ
देश और समाज उसके लिये मर मिटने वालों को ही याद करता हैः-सांसद शहडोल श्रीमती हिमाद्री सिंह
सिंगरौली
मध्यप्रदेश की गौरव वीरंगना रानी दुर्गावती के बलिदान दिवस पर आयोजित गौरव यात्रा का शुभारंभ धौहनी विधानसभा के विधायय कुवर सिंह टेकाम ने आज सिंगरौली जिले के ग्राम पंचायत महुली से यात्रा का शुभारंभ किया। आज प्रातः से ही सुभारंभ स्थल पर जनजाति समाज के लोगो के द्वारा धूमधाम से अपनी परंपरिक गीतो, शैला नृत्य करते हुये गौरव यात्रा में शामिल हुये। कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्जवलन के साथ साथ वीरंगना रानी दुर्गावती के प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर किया गया। इस अवसर पर कलेक्टर अरूण परमार, पुलिस अधीक्षक मोहम्मद यूसुफ कुरैशी प्रमुख रूप से शामिल रहे। कार्यक्रम में संबोधित करते हुये विधायक टेकाम ने कहा कि आज हम ऐसे अपने प्रदेश की गौरव वीरंगना रानी दुर्गावती के बलिदान दिवस को मनाने जा रहे है जिन्होने अपने देश एवं अपने समाज के उत्थान के लिए अपना बलिदान दे दिया।
उन्होने कहा कि रानी दुर्गावती, 1550 से 1564 तक गढ़ा साम्राज्य की शासक महारानी थीं। वो भारत की एक प्रसिद्ध चन्देल क्षत्राणी वीरांगना थीं, जिनका जन्म दुर्गाष्टमी के दिन 5 अक्टूबर 1524 इस्वी को कालिंजर के राजा कीर्तिवर्मन चन्देल के यहाँ हुआ था। उनका विवाह दलपत सायी से हुआ था, जो गढ़ा राज्य के राजा संग्राम सायी के पुत्र थे। उन्हें मुगल साम्राज्य के खिलाफ अपने राज्य की के लिए याद किया जाता है।
उन्होने कहा कि रानी दुर्गावती ने आदिवासी समुदाय के मान-सम्मान और स्वाभिमान तथा संस्कृति एवं परम्पराओं से समझौता नहीं किया और देश की रक्षा के लिये मुगलों आक्रांताओं से बहादुरी से लड़ते हुये अपने प्राणों की आहुति दे दी। विधायक ने कहा कि रानी के इन्हीं आदर्शों और सिद्धांतों को जन-जन तक पहुंचाने मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने वीरांगना रानी दुर्गावती की गौरव यात्रा निकालने का निर्णय लिया है।
वन मंत्री ने देश की आजादी के लिये सर्वस्व बलिदान देने वाले जनजातीय नायकों की गौरव गाथा को जन सामान्य तक पहुंचाने की पहल करने के लिये प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के प्रयासों की सराहना की। उन्होने इस अवसर पर उपस्थित जन समुदाय से इस आशय का संकल्प लेने की अपील की आप सब नशामुक्ति का प्रण ले। साथ ही 27 जून को शहडोल में आयोजित गौरव यात्रा के समापन समारोह में देश के माननीय प्रधानमंत्री जी के कार्यक्रम में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया।
गौरव यात्रा अपने निर्धारित समय पर निवास ग्राम पंचायत में पहुची जहा यात्रा का स्वागत यात्रा प्रभारी शहडोल सांसद श्रीमती हिमाद्री सिंह के द्वारा यात्रा का स्वागत किया गया। एवं उपस्थित जन समूह को संबोधित करते हुये सांसद श्रीमती सिंह ने कहा कि हम सबको इस यात्रा में शामिल होने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है। जिन्होने अपने देश समाज के लिए प्राणो का बलिदान कर दिया। उन्होने कहा कि देश और समाज उसके लिये मर मिटने वालों को ही याद करता है। गढ़ा गोंडवाना साम्राज्य की महारानी रानी दुर्गावती उन्हीं शख्सियतों में हैं, जिन्हें 460 वर्ष बाद भी इसलिये याद किया जा रहा है कि उन्होंने अकबर जैसे शक्तिशाली मुगल आक्रांताओं से देश, समाज, संस्कृति और धर्म को बचाने के लिये बहादुरी से लड़ते हुये अपने प्राणों का बलिदान दे दिया।
उन्होनने कहा कि रानी दुर्गावती को उनके इस अदम्य साहस और शौर्य के लिये देश आगे भी याद करता रहेगा। उन्होने बताया कि ने बताया कि रानी दुर्गावती की वीर गाथा को जन-जन तक पहुंचाने मध्यप्रदेश की मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की सरकार द्वारा प्रारम्भ की गई गौरव यात्रा गौंड शासकों के सभी 52 गढ़ों से होते हुये पाँच अलग-अलग मार्गों से निकाली जा रही है।
उन्होने कहा कि देश के स्वांतत्रता के बाद पहली बार ऐसा हुआ है कि एक आदिवासी महिला देश की राष्ट्रपति बनी है। इसके लिए उन्होने देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी को धन्यवाद दिया। तथा कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एवं मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में जनजाति गौरव की पुर्नास्थापना एवं जनजाति समाज के शासक्तिकरण का संकल्प पूरा हो रहा है। जिसके लिए मै प्रधानमंत्री एवं मुख्यमंत्री जी के प्रति हृदय से आभार व्यक्त करती हूं
सांसद श्रीमती हिमाद्री सिंह ने उपस्थित जन सामूह को 27 जून को शहडोल में आयोजित गौरव यात्रा के समापन समारोह में देश के माननीय प्रधानमंत्री जी के कार्यक्रम में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया। गौरव यात्रा का निर्धारित स्थलो पर धूम धाम से स्वागत किया गया। इस अवसर पर प्राधिकरण के पूर्व अध्यक्ष गिरीश द्विवेदी, एसडीएम देवसर बिकास सिंह, सहायक आयुक्त आदिवासी विकास संजय खेडकर, जन अभियान परिषद के जिला समन्वयक राजकुमार विश्वकर्मा, वरिष्ट समाजसेवी दिलशरण सिंह, जयप्रकाश साहू, छत्रपति सिंह, श्रीमती द्रोपती सिंह, दिलीप जयशवाल, मोतीलाल प्रजापति, संतोष जयशवाल, गिरिजा पाण्डेय, सुहागकली, मीनू शाह, बेदप्रकाश, युवराज सिंह सहित बड़ी सख्या में जन समूह उपस्थित रहे।