रायपुर
मध्यप्रदेश की सीमा से सटे मनेन्द्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर जिले के होटल-ढाबों में अवैध शराब की बिक्री का मामला गुरूवार को विधानसभा में कांग्रेस सदस्यों ने जोर शोर से उठाया। इस मामले पर आबकारी मंत्री कवासी लखमा ने भरोसा दिलाया कि होटल-ढाबों की जांच कर अवैध शराब बिक्री पर कार्रवाई की जाएगी। एक क्लब में अवैध शराब बिक्री के सवाल पर आबकारी मंत्री ने कहा कि क्लब के संचालक के साथ सदस्य (कमरो) की राजनीतिक आपसी लड़ाई है। फिर भी एक माह के भीतर कार्रवाई की जाएगी। जरूरत पड़ी तो लाइसेंस भी निरस्त किया जाएगा।
प्रश्नकाल के दौरान कांग्रेस सदस्य गुलाब कमरो के सवाल के जवाब में आबकारी मंत्री लखमा ने कहा कि मनेन्द्रगढ़ – चिरमिरी – भरतपुर जिले में एक क्लब संचालित हैं। क्लब के खिलाफ कुल तीन शिकायतें पाई गई है जिसमें से एक शिकायत सही पाई गई है। जिस पर संचालक को नोटिस जारी की गई है। कांग्रेस सदस्य कमरो जवाब से संतुष्ट नहीं हुए। उन्होंने कहा कि क्लब उनके विधानसभा क्षेत्र में आता है। मैं खुद दारू नहीं पीता। नियमों का उल्लंघन कर क्लब चलाया जा रहा है। उन्होंने क्लब का लाइसेंस निरस्त करने पर जोर दिया। इस पर कवासी लखमा ने कहा कि क्लब के संचालक के साथ सदस्य (कमरो) की राजनीतिक आपसी लड़ाई है। फिर भी एक माह के भीतर कार्रवाई की जाएगी। जरूरत पड़ी तो लाइसेंस भी निरस्त किया जाएगा। कमरो ने कहा कि उनकी संचालक से कोई लड़ाई नहीं है। आम लोगों से जुड़ा मामला है। चुनाव का समय है और अवैध शराब बिक्री से मेरे विधानसभा की छवि खराब हो रही है।
कांग्रेस सदस्य डॉ. विनय जायसवाल ने कहा कि यह सीमावर्ती जिला है और मध्यप्रदेश के माफिया होटल-ढाबों में अवैध शराब की बिक्री करा रहे हैं। उन्होंने बिहान योजना के तहत संचालित एक ढाबे का जिक्र कर कहा कि महिला संचालक ने खुले तौर पर मीडिया में बयान दिया है कि अन्य लोग बंद कर देंगे, तो वो भी अपने ढाबे में शराब नहीं पिलाएंगी।
डॉ. जायसवाल मोबाइल दिखाने लगे, तो स्पीकर डॉ. चरणदास महंत ने उन्हें टोका। इसके बाद आबकारी मंत्री ने भरोसा दिलाया कि होटल-ढाबों की जांच कर अवैध शराब बिक्री पाए जाने पर कार्रवाई की जाएगी। चर्चा के बीच भाजपा सदस्य शिवरतन शर्मा ने क्लब के संचालक की जानकारी चाही। इस पर आबकारी मंत्री ने बताया कि क्लब के संचालक लाइसेंसधारी शशिकांत जायसवाल हैं। इस पर सत्तापक्ष के सदस्यों ने बताया कि जायसवाल के यहां दो दिन पहले भाजपा नेता नंदकुमार साय और सच्चिदानंद उपासने चाय पीकर गए हैं। इसका शिवरतन शर्मा ने प्रतिवाद किया और भाजपा नेताओं के नाम विलोपित करने की मांग की, लेकिन स्पीकर ने ऐसा करने से मना कर दिया।