बाजरा खिचड़ी: ठंड के मौसम में सेहत का आधार, जानिए इसके अद्भुत लाभ
मकर संक्रांति के दिन सभी के घर में कुछ न कुछ बढ़िया खाना बनता है, खासकर उड़द की दाल. मकर संक्रांति के दिन ज्यादातर घरों में उडद दाल की खिचिड़ि बनाई जाती हूं, और अगर आपके घर में भी बनाई जाती है तो इस बार क्यों न थोड़ा अलग ट्राई किया जाए! उड़द दाल की खिचड़ी की जगह बाजरे की राजस्थानी खिचड़ी. जी हां, आज हम आपको उस लेख में राजस्थानी बाजरे की खिचिड़ि की रेसिपी बताने वाले हैं. जो बनाने में बहुत ही आसान है और स्वादिष्ट होने के साथ साथ हमारी सेहत के लिए फायदेमंद भी है. तो आइए जानते हैं कैसे बनाई जाती है ये बाजरे की खिचड़ी.
बाजरा- 1 छोटी कटोरी (8 घंटे भिगोए हुए)
पीली मूंग दाल- 1/2 कटोरी
नमक- स्वादानुसार
घी- 1 चम्मच
हींग- 1/2 चम्मच
जीरा- 1 चम्मच
हल्दी पाउडर- 1/2 चम्मच
ऐसे बनाएं खिचड़ी
अब एक कुकर लें और उसमें बाजरा, मूंग दाल, नमक और दो कप पानी डालकर धमी आंच पर गैस पर सीटी आने के लिए चढ़ा दें.
4-5 सीटी आने के बाद कुकर से एक्स्ट्रा प्रेशर निकाल दें.
अब एक पैन लें और उसमें गई गर्म करके जीरे डाल दें.
जीरे को भूनने के बाद इस में हींग और हल्दी पाउडर डालकर भून लें.
कुकर में पकाए गए बाजरा और मूंग को इस पैन में डाल दें और अच्छे से मिक्स कर दने.
अब इसमें स्वादानुसार नमक डालकर अच्छे से मिलाएं और फिर 5-6 मिनट तक मध्यम आंच पर पकने के लिए रख दें.
लीजिये तैयार है आपकी राजस्थानी बाजरा खिचड़ी.
बाजरा के फायदे
बाजरा हमारी पेट से जुड़ी दिक्कतों के लिए फायदेमंद होता है. इसमें प्रचुर मात्रा में फाइबर होता है. ये शुगर लेवल को कंट्रोल करने मए भी मदद करता है, इसलिए डाइबिटीज के पेशेंट को बाजरा जरूर खाना चाहिए. साथ ही अगर घर में किसी का बाद कोलेस्ट्रॉल बढ़ा हुआ है तो उनके लिए भी ये फायदेमंद है.