रायपुर
अपने क्षेत्र में अच्छा कार्य कर रही मानस मंडलियों की महिलाओं को माता कौशल्या अलंकरण दिया जाएगा। महिला सशक्तिकरण के लिए शासन ने यह विशेष पहल की है। चंदखुरी में आयोजित माता कौशल्या महोत्सव के शुभारंभ के अवसर पर यह घोषणा संस्कृति मंत्री अमरजीत भगत ने की। रिमझिम बारिश के बीच मंत्री ने कार्यक्रम की औपचारिक शुरूआत की। भगत ने अपने सम्बोधन में कहा कि हमारी संस्कृति कला और साहित्य को आगे बढ़ाने छत्तीसगढ़ शासन द्वारा यह भव्य आयोजन किया जा रहा है। छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा सांस्कृतिक धरोहरों को सहेजने एवं इन्हें आगे बढ़ाने जो कार्य निरंतर किए जा रहे हैं। उसके चलते प्रदेश को नई पहचान देश-दुनिया में मिल रही है।
इस आयोजन के माध्यम से छत्तीसगढ़ ही नहीं अपितु भारत भर की कला संस्कृति और भक्ति परंपरा की झलक देखने को मिल रही है, जो दर्शकों के लिए हमेशा यादगार रहेगी। उन्होंने कहा कि हमारे राज्य में मानस मंडलियों के कलाकार बहुत प्रतिभाशाली है और बहुत सुंदर मानस गान करते हैं। शासन ने इनकी प्रतिभा को विस्तृत मंच प्रदान किया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में राम-वन-गमन पर्यटन परिपथ का विकास किया जा रहा है। कौशल्या धाम को नया स्वरूप दिया गया है। रामकथा से जुड़ी मानस मंडलियों को प्रोत्साहित किया जाए। इसके लिए मानस प्रतियोगिताएं आयोजित की गई।
संस्कृति विभाग के द्वारा चिन्हारी पोर्टल में पंजीकृत मानस मंडलियों को वाद्ययंत्र क्रय किए जाने हेतु कुल 4 हजार 895 मानस मंडलियों को 2 करोड़ 44 लाख 75 हजार रूपए की राशि प्रदान की गई है। इस मौके पर स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम भी मौजूद रहे। बनारस से आई रूपवाणी सांस्कृतिक संस्था के प्रमुख व्योमेश शुक्ल को भी सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम के आयोजन के संबंध में संस्कृति संचालक विवेक आचार्य ने बताया कि आचार्यों की गणना अनुसार मां कौशल्या की जन्म तिथि 22 अप्रैल बताई गई है। अत: इसी दिन से इस भव्य महोत्सव की शुरूआत की गई। पर्यटन मंडल के एमडी अनिल साहू ने बताया कि कौशल्या धाम की विकास से पर्यटकों की संख्या तेजी से बढ़ी है।