बस्तर
छत्तीसगढ़ के पड़ोसी राज्य तेलंगाना में पुलिस ने एक करोड़ रुपए के इनामी माओवादी को गिरफ्तार किया है। पकड़ा गया आरोपी संजय दीपक राव उर्फ विजय नक्सलियों के केंद्रीय कमेटी का सदस्य है। बताया जा रहा है कि यह नक्सली आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, केरल समेत साउथ के इलाकों में सक्रिय था। छत्तीसगढ़ के बस्तर में हुई नक्सली घटनाओं का भी मास्टर माइंड रहा है। पूछताछ में इससे कई बड़े खुलासे हो सकते हैं।
दरअसल, नक्सली संजय पिछले कुछ दिनों से बीमार चल रहा था। हैदराबाद के एक अस्पताल में इलाज करवाने के लिए आया था। इसकी भनक पुलिस की मिली। जहां दबिश देकर नक्सली को गिरफ्तार कर लिया गया। बताया जा रहा है कि यह तमिलनाडु, केरल, कर्नाटक ट्राई जंक्शन का सचिव भी है। बस्तर के दंडकारण्य इलाके के नक्सलियों से लगातारा संपर्क में था। पुलिस इससे पूछताछ कर रही है।
इधर, दंतेवाड़ा के कटेकल्याण एवं इंद्रावती एरिया कमेटी में सक्रिय नक्सलियों ने पुलिस अधिकारियों के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया। आत्मसमर्पित नक्सली बंद के दौरान रोड खोदना, पेड़ काटना एवं नक्सली बैनर, पोस्टर, पाम्पलेट लगाने की घटनाओं में शामिल थे।
जिले में चलाए जा रहे नक्सल उन्मूलन अभियान तथा छग शासन की पुनर्वास नीति से प्रभावित होकर नक्सलियों के अमानवीय, आधारहीन विचारधारा एवं उनके शोषण एवं आदिवासियों पर होने वाले हिंसा से तंग आकर कटेकल्याण एरिया कमेटी के प्रतिबंधित नक्सली संगठन के एक लाख का एक ईनामी सहित सहित कुल पांच नक्सलियों ने शुक्रवार को मुख्यधारा में लौटे आए।
साजिश रचने का करता था काम
सूत्रों के अनुसार, नक्सली संजय वारदातों के लिए साजिश रचने का काम करता था। ऐसा बताया जा रहा है कि, बस्तर के ताड़मेटला, रानी बोदली, झीरम में हुई नक्सली वारदातों का वह मास्टरमाइंड भी था। बड़ी नक्सल घटनाओं के लिए सेंट्रल कमेटी के सदस्यों समेत अन्य बड़े लीडर्स जो भी प्लानिंग बनाते थे ये उस टीम में शामिल रहता था।
इधर, बस्तर के IG सुंदरराज पी ने बताया कि, नक्सली को गिरफ्तार लिया गया है। हम यहां से अपनी एक टीम भेजेंगे। इससे पूछताछ की जाएगी। पूछताछ के बाद ही पता चलेगा कि, बस्तर में इसने और कौन-कौन सी घटनाओं के लिए साजिश रची थी।