बंपर फसल के बाद मुनाफा नहीं होने पर आम उत्पादकों ने सरकार से मांगी मदद
कोलकाता
चालू सीजन में बंपर फसल की वजह से उत्पादन लागत निकालने के संकट से जूझ रहे पश्चिम बंगाल के मालदा के आम किसानों ने सरकार से हस्तक्षेप की मांग की है। एक व्यापार निकाय ने मंगलवार को यह जानकारी दी। इसने सरकार से मालदा से अन्य राज्यों एवं विदेशों में इन फलों के अधिक निर्यात को प्रोत्साहित करने के लिए हस्तक्षेप करने और प्रोत्साहन प्रदान करने की मांग की है।
व्यापार निकाय ने मालदा में साझा परीक्षण और निर्यात सुविधा केंद्रों के साथ-साथ उत्पादकों और क्षेत्रीय अर्थव्यवस्था का समर्थन करने के लिए आम प्रसंस्करण सुविधा लगाने की भी मांग की है। बंगाल में मालदा और मुर्शिदाबाद जिले आम के लिए प्रसिद्ध हैं। मालदा मर्चेंट्स एसोसिएशन के अध्यक्ष उज्जल साहा ने कहा कि सरकार ने अतीत में दो जिलों को आम के लिए नामित निर्यात क्षेत्र के रूप में मान्यता दी थी लेकिन यह बात केवल कलम और कागज में ही रह गई है।
उन्होंने कहा कि पिछले दो से तीन वर्षों में इस क्षेत्र में कम से कम अतिरिक्त 200 हेक्टेयर को आम की खेती के तहत लाया गया है। साहा ने कहा, ”किसान वर्तमान में खेत स्तर पर केवल 10 रुपए प्रति किलोग्राम कमा रहे हैं, जबकि उत्पादन लागत लगभग 15 रुपए प्रति किलोग्राम है।