म्यामां में नौकरी में उत्पीड़न झेल रहा व्यक्ति महाराष्ट्र पुलिस की ‘भरोसा इकाई’ की मदद से भारत लौटा
ठाणे
म्यामां में नौकरी में कथित रूप से उत्पीड़न से जूझ रहा महाराष्ट्र के ठाणे जिले का 25 वर्षीय व्यक्ति स्थानीय पुलिस की ‘भरोसा इकाई’ की मदद से अपने घर लौट आया है। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।
मीरा भयंदर-वसई विरार पुलिस की भरोसा इकाई के निरीक्षक तेजश्री शिंदे ने बताया कि एक एजेंट के मार्फत चार नवंबर 2022 को शनाज खान को थाईलैंड में नौकरी मिली थी और वह पर्यटक वीजा पर वहां गया था।
शिंदे ने बताया कि थाईलैंड से उसे म्यामां भेज दिया गया जहां उसे कथित रूप से परेशान किया जाने लगा एवं उसे 28 दिनों में एक दिन ही अपना मोबाइल फोन इस्तेमाल करने दिया जाता था।
पुलिस निरीक्षक ने बताया कि खान ने अपने परिवार के सदस्यों से शिकायत की तथा भारत लौटने की इच्छा प्रकट की, जिसके बाद परिवार के लोगों ने ‘भरोसा इकाई’ से संपर्क किया क्योंकि उन्हें पता चला था कि इकाई पहले ऐसे ही अन्य व्यक्ति की मदद कर चुकी है।
उन्होंने बताया कि पुलिस के प्रयास के बाद खान 31 मार्च को म्यामां से भारत लौटा । अब पुलिस उस एजेंट से पूछताछ कर रही है जिसने इस व्यक्ति के लिए विदेश में नौकरी का इंतजाम किया था।
पुलिस ने लोगों को ऐसे एजेंटों से सावधान रहने की सलाह दी है जो विदेश में नौकरी दिलाने की पेशकश करते हैं।
निरीक्षक ने कहा कि लोगों को नौकरी की पेशकश स्वीकार करने से पहले एजेंट का सत्यापन कर लेना चाहिए।