लैंड फॉर जॉब केस: CBI कोर्ट में दायर करेगी सप्लीमेंट्री चार्जशीट, तेजस्वी की बढ़ सकती हैं मुश्किलें
पटना
रेलवे में कथित जमीन के बदले नौकरी देने के घोटाले में सीबीआई अगले दो-तीन हफ्ते के भीतर सप्लीमेंट्री चार्जशीट दायर करने वाली है। कयास लगाए जा रहे हैं कि सप्लीमेंट्री चार्जशीट में बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव को भी आरोपी बनाया जा सकता है। सीबीआई ने इससे पहले अक्टूबर 2022 में लैंड फॉर जॉब केस की चार्जशीट दायर की थी। इसमें आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव, उनकी पत्नी राबड़ी देवी और दो बेटियों समेत अन्य लोगों को आरोपी बनाया था। बाद में सीबीआई ने तेजस्वी यादव से भी पूछताछ की।
लैंड फॉर जॉब केस की बुधवार को दिल्ली की सीबीआई स्पेशल राउज एवेन्यू कोर्ट में सुनवाई हुई। इस दौरान राबड़ी देवी और मीसा भारती अदालत में पेश हुईं। हालांकि, लालू यादव स्वास्थ्य कारणों की वजह से पेशी पर नहीं पहुंचे। सीबीआई ने अदालत से कहा कि वह इस केस की सप्लीमेंट्री चार्जशीट दायर करने जा रही है। इसके लिए दो-तीन हफ्ते का वक्त चाहिए। इसके बाद कोर्ट ने सुनवाई की अगली तारीख 8 मई को मुकर्रर की है।
यह मामला 2004 से 2008 के बीच का है जब लालू यादव रेल मंत्री थे। आरोप हैं कि रेलवे में कुछ लोगों को नियमों की अवहेलना करके नौकरियां दी गई थीं, इसकी एवज में उनसे लालू परिवार के सदस्यों के नाम जमीनें लिखवाई गई थीं। सीबीआई पिछले साल इस केस में चार्जशीट दायर कर चुकी है। लालू, राबड़ी और मीसा भारती को इसी महीने कोर्ट ने जमानत दी है। अब जांच एजेंसी आरोपियों के खिलाफ और सबूत इकट्ठा करके सप्लीमेंट्री चार्जशीट दायर करने में जुटी है।
तेजस्वी यादव की बढ़ सकती हैं मुश्किलें
पिछले शनिवार को लैंड फॉर जॉब मामले में सीबीआई ने डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव से करीब 7-8 घंटे पूछताछ की थी। शुरुआत में उनका नाम इस केस में नहीं था। मगर जांच के दौरान एजेंसी को दिल्ली के फ्रेंड्स कॉलोनी में एक आलीशान बंगले का पता चला। यह बंगला तेजस्वी यादव और उनके परिवार की एक कंपनी के नाम पर रजिस्टर्ड है। इस बंगले की कीमत 150 करोड़ रुपये बताई जा रही है। तेजस्वी पर आरोप है कि जब लालू रेल मंत्री थे तब यह जमीन बहुत कम दाम में खरीदी गई थी।