लाड़ली लक्ष्मी उत्सव बेटियों की मुस्कान का उत्सव है – सीएम चौहान
भोपाल
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि लाड़ली लक्ष्मी सिर्फ योजना नहीं, बल्कि बेटियों की जिंदगी बदलने का महाअभियान है। बेटियों के सुरक्षित भविष्य के लिए सरकार ने इस योजना में समय के साथ बदलाव भी किया है ताकि उन्हें योजना का लाभ मिलने में किसी तरह की दिक्कत नहीं हो। उन्होंने कहा कि पैदा होते ही लखपति बनने वाली बेटियां अब सामाजिक भेदभाव की भी शिकार नहीं होती हैं।
लाड़ली लक्ष्मी उत्सव में सीएम चौहान ने कहा कि यह बेटियों की मुस्कान का उत्सव है। इस योजना से 44.85 लाख बेटियों को अब तक जोड़ा जा चुका है। योजना में 1.43 लाख रुपए हर लाड़ली बेटी को मिलेंगे। इस दौरान सीएम चौहान ने लाड़ली लक्ष्मी बेटियों का सम्मान भी किया।
प्रदेश के कई जिलों से आईं बेटियां
उत्कृष्ट उपलब्धियां अर्जित करने वाली लाड़ली बेटियों और लाड़ली लक्ष्मी फ्रेंडली पंचायतों को सम्मानित भी किया गया। सीएम निवास में हुए कार्यक्रम में भोपाल शहर की 1100 लाड़ली बालिकाएं, 500 अभिभावक सहित सीहोर, विदिशा, राजगढ़ और रायसेन जिले की लाड़ली लक्ष्मी बेटियां भी शामिल हुईं। इस उत्सव में हर जिला मुख्यालय में बनाए गए लाड़ली लक्ष्मी पथ को सुसज्जित किया गया।
खंडवा, बैतूल, विदिशा के सामूहिक विवाह में वर्चुअली शामिल
मंगलवार को सीएम चौहान ने खंडवा, बैतूल और विदिशा जिले में आयोजित सामूहिक विवाह सम्मेलन में वर्चुअली हिस्सा लिया। इस दौरान उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री कन्यादान योजना का स्वरूप बदला गया है। अब तय किया गया है कि बेटियों को सीधे 49 हजार का चेक उनके हाथ में देंगे ताकि वे अपनी जरूरत की चीज अपने हिसाब से खरीद सकें। एक छोटी गृहस्थी का सामान आ जाए, इसकी चिंता की गई है।
लाड़ली लक्ष्मी वाटिका में बेटियों के साथ पौधरोपण
लाड़ली लक्ष्मी उत्सव के मौके पर सीएम शिवराज ने मंगलवार को राजधानी की लाड़ली लक्ष्मी वाटिका में बेटियों के साथ पौधरोपण किया। लाड़ली लक्ष्मी वाटिका को सुसज्जित कर एक पौधा लाड़ली लक्ष्मी के नाम से लाड़ली बालिकाओं और जन-प्रतिनिधियों द्वारा रोपा गया। अपराजिता कार्यक्रम में मार्शल आर्ट का प्रदर्शन किया गया।
इसके बाद राज्य स्तरीय कार्यक्रम मुख्यमंत्री निवास पर हुआ जिसमें भोपाल और आस पास के जिलों की लाड़ली बेटियां शामिल हुई। 2 मई 2007 से लागू 16 साल पुरानी मुख्यमंत्री लाड़ली लक्ष्मी योजना में एक जनवरी 2006 से पैदा हुई बेटियों को लाड़ली लक्ष्मी बनाया गया है। लाड़ली लक्ष्मी उत्सव में सभी जिलों, नगरीय निकाय और ग्राम पंचायत स्तर तक मनाया गया।