प्रेमिका के पति को फंसाने के लिए किया अपने ही पिता का कत्ल, घोंपा 20 सेमी का चाकू
अलीगढ़
अलीगढ़ जंक्शन के प्लेटफार्म नंबर सात पर गुरुवार देर रात एटा के एक युवक ने अपने पिता की सीने में चाकू घोंपकर हत्या कर दी। उसने पानीपत (हरियाणा) में रहने वाली शादीशुदा प्रेमिका का विरोध करने और प्रेमिका के पति को फंसाने के इरादे से कत्ल किया है। मृतक की पत्नी ने हत्या के संबंध में मुकदमा दर्ज कराया है। महेंद्र प्रताप यादव (55) पुत्र नेता कृपाल सिंह निवासी पुराहार, अलीगंज, एटा चार दिन पहले अपने बेटे जोनी के बुलावे पर पानीपत (हरियाणा) गए थे। जोनी पानीपत में कई वर्षों से मजदूरी करता है। गुरुवार रात को जोनी के साथ महेंद्र यादव ऊंचाहार एक्सप्रेस से अलीगढ़ जंक्शन आए। यहां से उनको बस से एटा जाना था। मगर, जोनी ने प्लेटफार्म नंबर सात पर नई बिल्डिंग में बने शौचालय के पास ले जाकर पिता को रेटोक्स (चूहे मारने की दवा) मिलाकर शराब पिलाई। इससे महेंद्र अचेत हो गए।
इसके बाद पूर्व योजना के अनुसार उसने अपने पास से चाकू निकाला और पिता के सीने में घोंप दिया। इसके बाद पुलिस को गुमराह करने को खुद जीआरपी थाने पहुंचा और कुछ लोगों द्वारा हत्या करने की सूचना देने लगा। हालांकि उसके कपड़ों, जूतों, नाखूनों के भीतर लगे खून के धब्बों से पुलिस ने उस पर संदिग्धता जाहिर की। देर शाम तक चली पूछताछ में उसने हत्या कबूल कर ली। पूछताछ में आरोपी ने बताया कि उसके पानीपत की एक शादीशुदा महिला, जिसके तीन बच्चे हैं उससे प्रेम संबंध हैं। छह माह पहले महिला उसके साथ रहने लगी थी, लेकिन बाद में पति के पास लौट गई। अब वह वापस नहीं आ रही। पिता को मंगलवार को पानीपत उसी सिलसिले में पंचायत को बुलाया था। वहां पिता ने महिला का पीछा छोड़ने को कहा। इधर, महिला के पति व परिवार वालों से बहसबाजी भी हुई थी। इस पर उसने पिता को मारकर उनकी हत्या का इल्जाम महिला के पति व परिवार वालों के सिर डालकर उनको रास्ते से हटाने के प्लान के तहत यह वारदात की। मृतक की पत्नी मिथलेश उर्फ गुड्डी ने इस संबंध में जीआरपी अलीगढ़ थाने में हत्या का मुकदमा दर्ज कराया है।
सीने में एक ही बार में घोंप दिया 20 सेमी का चाकू
जोनी ने अपने पिता की हत्या को सोची समझी साजिश के तहत अंजाम दिया। उसने पिता को विषाक्त युक्त शराब पिलाई। इससे वह अचेत हो गए। इसके बाद उसने एक ही बार में 20 सेंटी मीटर का स्टील का चाकू सीने में घोंप दिया। पोस्टमार्टम के दौरान पाया गया कि चाकू 3 सेंटी मीटर चौड़ा था और 20 सेंटीमीटर लंबा। यह घरेलू काम में इस्तेमाल होने वाले चाकू से अलग था। चाकू पर धार भी रखवाई गई थी। हत्या के दौरान चाकू सीने में ही टूट गया था।
अचेत होने के बाद किया गया हमला
पोस्टमार्टम के दौरान चाकू को सीने से निकाला गया। इसमें सामने आया कि चाकू पसलियों को चीरते हुए दिल पर जा लगा। दिल चाकू की धार से फट गया और उसमें से खून बहने से महेंद्र प्रताप की मौत हुई। महेंद्र प्रताप पर हमला उस वक्त हुआ, जब वह विषाक्त युक्त शराब पीने से अचेत हो गए। वह कोई विरोध नहीं कर सके।
जोनी ने जिन पर लगाया हत्या का आरोपी, वह पानीपत में ही मिले
जीआरपी ने इस वारदात के सभी पहलुओं पर जांच की। जोनी के आरोपी के आधार पर जीआरपी इंस्पेक्टर सुबोध यादव के नेतृत्व में एक टीम शुक्रवार को दिन में पानीपत पहुंची। वहां जोनी ने जिन लोगों पर हत्या का आरोप लगाया, उनके विषय में पड़ताल की, सीडीआर निकलवाई गई, इलाके के सीसीटीवी फुटेज खंगाले गए। इन सभी में एक बात सामने आई कि वह लोग वारदात के समय अपने पानीपत स्थित घर पर ही थे। घटनास्थल पर कोई मौजूद नहीं था।