कमलनाथ मप्र के हैं ही नहीं, इसलिए उनका लगाव भी नहीं: शिवराज
भोपाल
कमलनाथ का ये प्रदेश है ही नहीं, उनको मध्य प्रदेश से लगाव है ही नहीं, उनका नरा मध्य प्रदेश में गड़ा ही नहीं है, वो मध्य प्रदेश को बदनाम करते हैं। चौपट प्रदेश कहना मध्य प्रदेश का अपमान है। मध्य प्रदेश की जनता का अपमान है। यह कहना मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का है।
आज सुबह उन्होंने प्रेस को बाइट देते हुए कहा कि शिवराज से राजनैतिक बैर है तो आप मेरा अपमान करो ना, मुझे गालियां दो, मध्य प्रदेश का अपमान क्यों करते हो..? उन्होंने कहा कि मेरे प्रदेश को चौपट कहने वालों चौपट करने की तुम कोशिश करते थे। ये वो धरा है, जहां धन संपदा, वन संपदा, खनिज संपदा, जन संपदा, प्राकृतिक संसाधन, यहां के भोले-भाले लोग, इनको चौपट कहते हो, इसके पहले भी भारत बदनाम है; देश का अपमान किया इन्होंने। ये मध्य प्रदेश और देश का अपमान प्रदेश की जनता सहन नहीं करेगी।
सीएम ने कहा कि कल मैंने कमलनाथ को सेठ कहा तो वो आपत्ति व्यक्त कर रहे हैं मैं सेठ हूँ क्या… मैं उद्योगपति हूँ क्या… ? तो कमलनाथ को मैं सेठ न कहूँ तो क्या कहूँ मजदूर कहूँ, फसल काटने वाला कहूँ, गिट्टी-मिट्टी उठाने वाला कहूँ वो स्वयं कहते हैं मैं निजी प्लेन में घूमता हूँ। सीएम ने कहा कि अब निजी प्लेन किसान के पास नहीं होता है, मजदूर के पास नहीं होता, गरीब के पास नहीं होता है। उनका एक पाँव देश में रहता है एक पाँव विदेश में रहता है। सेठ को सेठ न कहें तो क्या कहें। सेठ को सेठ कहने में आपत्ति क्या है।
लूट के माल के लिए लड़ रहे जय-वीरू
शिवराज ने कहा कि ये जय और वीरू की जोड़ी है जिसे दिल्ली बुलाया गया। अब वो कहते हैं कि भाजपा भ्रम फैला रही है तो दिल्ली क्यों बुला रही है! कांग्रेस के जय और वीरू झगड़ रहे हैं आपस में और ये लड़ रहे हैं लूट के माल के लिए। पहले भी 2003 तक मिस्टर बंटाढार में पूरे प्रदेश को लूटा और बर्बाद कर दिया सवा साल में कमलनाथ ने भी लूट का अड्डा बना दिया था।