एसयूवी खंड में शीर्ष स्थान हासिल करने में मदद करेगी ‘जिम्नी’ : मारुति
नई दिल्ली
देश की सबसे बड़ी कार कंपनी मारुति सुजुकी इंडिया (एमएसआई) को उम्मीद है कि उसकी नई पेशकश जिम्नी से न केवल कंपनी की बिक्री बढ़ेगी, बल्कि तेजी से बढ़ते स्पोर्ट्स यूटिलिटी वाहन (एसयूवी) खंड में उसकी विश्वसनीयता भी बढ़ेगी।
कंपनी का इरादा इस खंड में अग्रणी खिलाड़ी बनने का है।
कंपनी अगले महीने देश में इस मॉडल को उतारने की तैयारी कर रही है। कंपनी का मानना है कि ब्रेजा, फ्रोंक्स और ग्रैंड विटारा जैसे अन्य मॉडलों के साथ जिम्नी एसयूवी खंड में उसकी स्थिति को मजबूत करने में भूमिका निभाएगी। कंपनी का चालू वित्त वर्ष में एसयूवी खंड में शीर्ष स्थान हासिल करने का लक्ष्य है।
मारुति सुजुकी इंडिया के वरिष्ठ कार्यकारी अधिकारी (बिक्री एवं विपणन) शशांक श्रीवास्तव ने बातचीत में कहा कि जिम्नी का कंपनी के समग्र ब्रांड मूल्य पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।
उन्होंने कहा, ''निश्चित रूप से जिम्नी देश में एसयूवी खंड में कंपनी की स्थिति को मजबूत करने में मदद करेगी।''
मारुति ने पांच दरवाजों वाली जिम्नी के विकास में लगभग 960 करोड़ रुपये का निवेश किया है। कंपनी अगले महीने इस मॉडल को उतारने की तैयारी कर रही है।
मारुति वैश्विक स्तर पर 199 देशों में जिम्नी की 32 लाख इकाइयां बेच चुकी है। वैश्विक स्तर पर मारुति जिम्नी का तीन दरवाजों वाला संस्करण बेचती हैं पहली बार इसका पांच दरवाजों वाला संस्करण पेश किया जा रहा है।
श्रीवास्तव ने कहा कि कंपनी को पहले ही इस मॉडल के लिए 30,000 बुकिंग मिल चुकी हैं।
गो फर्स्ट की तैयारियों की समीक्षा के बाद उड़ान की अनुमति देगा डीजीसीए
नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) संकट में फंसी एयरलाइन कंपनी गो फर्स्ट को उड़ानों की फिर अनुमति देने से पहले उसकी तैयारियों का 'ऑडिट' करेगा। गो फर्स्ट द्वारा अपने कर्मचारियों को भेजी गई सूचना में यह जानकारी दी गई है।
नकदी संकट से जूझ रही गो फर्स्ट की उड़ानें तीन मई से बंद हैं। फिलहाल एयरलाइन स्वैच्छिक दिवाला समाधान कार्यवाही में है।
डीजीसीए के एक वरिष्ठ अधिकारी ने मंगलवार को कहा कि एयरलाइन ने नियामक के कारण बताओ नोटिस का जवाब दे दिया है, जिससे संकेत मिलता है कि वह जल्द से जल्द उड़ानों को फिर से शुरू करने पर काम कर रही है।
एयरलाइन ने मंगलवार को कर्मचारियों को भेजे पत्र में कहा, ''डीजीसीए आने वाले दिनों में हमारी तैयारियों की जांच करने के लिए एक ऑडिट करेगा। एक बार नियामक द्वारा मंजूरी मिलने के बाद हम जल्द दोबारा परिचालन शुरू कर देंगे।''
गो फर्स्ट ने कहा कि सरकार ने बहुत सहयोग दिया है और एयरलाइन को जल्द से जल्द परिचालन शुरू करने के लिए कहा है।
इसके अलावा कर्मचारियों को भेजी गई सूचना में कहा गया है कि मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) ने आश्वस्त किया है कि परिचालन शुरू होने से पहले कर्मचारियों का अप्रैल माह का वेतन उनके खातों में डाल दिया जाएगा। इसके अलावा आगामी महीने से वेतन का भुगतान हर महीने के पहले सप्ताह में किया जाएगा।
यह सूचना गो फर्स्ट के परिचालन प्रमुख रजित रंजन ने कर्मचारियों को भेजी है।