राजनांदगांव
बस्तर के झीरम नक्सल हमले को 23 मई 2013 को शहीद हुए कांग्रेसजनों को आज पूरे 10 बरस हो गए। गुरुवार को इस हमले में मारे गए कांग्रेस के दिवंगत नेताओं श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उन्हें याद किया गया। स्थानीय कांग्रेस नेताओं ने पूर्व विधायक उदय मुदलियार और उनके साथी अलानूर भिंडसरा की शहादत को नमन करते पुष्पांजलि अर्पित की। शहर के पोस्ट आॅफिस चौक में स्थित मुदलियार की प्रतिमा पर श्रद्धासुमन के फूल अर्पित किए गए। झीरम हादसे को कांग्रेसियों ने काला दिवस के रूप में याद करते केंद्रीय जांच एजेंसियों पर सवाल भी उठाए।
दिवंगत नेता स्व. उदय मुदलियार के सुपुत्र जितेन्द्र मुदलियार ने पिता की 10वीं बरसी पर श्रद्धांजलि अर्पित करते कहा कि यह घटना परिवार के लिए हमेशा काले अध्याय के समान है। छत्तीसगढ़ के बड़े शीर्ष सांगठनिक नेता वारदात में शहीद हो गए थे। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट में इस मामले की सुनवाई चल रही है जबकि केंद्रीय जांच एजेंसियां खानापूर्ति का काम कर रही है। उन्होंने कहा कि उम्मीद है कि दिवंगत नेताओं के परिवारों को न्याय मिलेगा। कांग्रेस शहर अध्यक्ष कुलबीर छाबड़ा ने कहा कि नक्सल हमले में छत्तीसगढ़ के बड़े नेता शहीद हुए थे। उन्हें आज याद करके श्रद्धांजलि दी गई। महापौर हेमा देशमुख ने कहा कि 10वीं बरसी पर सभी दिवंगत नेताओं को सच्ची श्रद्धांजलि देकर याद कर रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्रीय जांच एजेंसियां शहीदों को न्याय देने के मामले में बाधा उत्पन्न कर रही है। जिस दिन शहीदों को न्याय मिलेगा वह सच्ची श्रद्धांजलि होगी।
इससे पूर्व स्थानीय कांग्रेस भवन में संगोष्ठी सभा आयोजित कर झीरम घाटी के शहीदों को दो मिनट की मौन श्रद्धांजलि दी। इसके बाद पोस्ट आॅफिस चौक स्थित उदय मुदलियार एवं शहीद अलानूर भिडंसरा की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्धासुमन अर्पित की। इस अवसर पर फिरोज अंसारी, अमित चंद्रवंशी, महेश साहू, मनीष साहू, मेहुल भाई, सूर्यकांत जैन, श्रीकिशन खंडेलवाल, आसिफ अली, दुलारी साहू, चंद्रकला देवागन, माया शर्मा, अब्बास खान, मनीष गौतम, शाहिद भाई, राजीव सोलंकी, चेतन भानुशाली, अमित कुशवाह, अब्दुल कलाम, नितिन बत्रा समेत अन्य कांग्रेसी शामिल थे।