उज्जैन : नागेश्वरधाम में लाखों के आभूषण चोरी, 30 तोला सोना चुरा ले गए चोर
उज्जैन
उज्जैन के चिमनगंज थाना क्षेत्र की नागेश्वरधाम कॉलोनी में अज्ञात चोरों ने ना तो मकान का ताला तोड़ा ना कोई जाली काटी और ना ही घर में रखे कीमती सामान को ढूंढने के लिए कोई सामान बिखेरा फिर भी यह चोर महज 10 से 15 मिनट में लाखों का सोना और नगदी चुराकर भाग गए। यह कोई फिल्मी कहानी नहीं बल्कि ऐसी एक चोरी की वारदात लगभग 17 दिनों पहले उज्जैन में घटित हुई है, जिसमें पुलिस सीसीटीवी फुटेज के माध्यम से चोरों का पता लगा रही है।
नागेश्वरधाम कालोनी में रहने वाले डॉ. राघवेन्द्र कुमार पिता पुरूषोत्तमदास द्विवेदी ग्राम बिछड़ोद में निर्मल इंटरनेशनल स्कूल में शिक्षक हैं। स्कूल में उनकी पत्नी भी शिक्षिका हैं। 13 अक्टूबर की शाम को कालोनी में कुछ युवक चंदा मांगने आये थे। उन्होंने पेटी में रखे रुपये निकालने के लिये ताला खोला। जिसमें 30 तोला वजनी आभूषणों के साथ रखे 20 हजार रुपये गायब थे। मामले की जानकारी चिमनगंज थाना पुलिस को दी गई।
मकान और पेटी का ताला खोले बिना हुई लाखों की चोरी में पुलिस को संदेह नजर आया। पहले परिजनों पर ही शंका जताई गई और शिकायती आवेदन पर जांच शुरू की गई। डॉ. राघवेन्द्र कुमार का कहना था कि 7 अक्टूबर को आभूषण और रुपये एक थैली में बांधकर पेटी में रखे थे।
पुलिस ने आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों के फुटेज देखे, जिसमें युवक बाइक को गेट के बाहर खड़ी करता और बाइक से ही भागता नजर आ गया। वारदात में परिवार का हाथ नहीं होना सामने आते ही पुलिस ने 17 दिनों बाद अज्ञात बदमाश के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर लिया है और चोर की पहचान के प्रयास किए जा रहे हैं। चिमनगंज टीआई आनंद तिवारी का कहना है कि जल्द पता लगा लिया जाएगा कि वारदात करने वाला बदमाश कौन है।
चाबी खिड़की में रखकर जाते थे दंपती
डॉ. राघवेन्द्र कुमार ने बताया कि उनके साथ रहने वाली एक बेटी डॉक्टर है और दूसरी इंजीनियर है, जो शहर से बाहर रहती है। घर के सामने कैमरे लगे हैं, वह घर की चाबी मकान की खिड़की में रखकर सालों से जा रहे है।
जो भी पहले घर आता था, ताला खोल लेता था। कभी ऐसी वारदात नहीं हुई। कैमरे में दिखाई दे रहा युवक अंजान है, लेकिन पुलिस पूरा सहयोग कर रही है। उन्हें उम्मीद है कि बदमाश जल्द पकड़ा जाएगा। उसके बाद ही उसके बारे में जानकारी मिल पायेगी। संभवत: बदमाश ने मकान की रैकी की है। जिसके बाद वारदात को अंजाम दिया है।