वीरभूमि एक्सप्रेस में बैग से लाखों के जेवर हुए चोरी, चित्तौड़गढ़ से इंदौर विवाह में जा रहे थे परिजन
रतलाम
ट्रेनों में बदमाशों की सक्रियता ने यात्रियों की असुरक्षा बढ़ा दी है। एक बार फिर रतलाम रेल मंडल में सुरक्षा पर सवाल खड़े करते हुए बदमाशों ने वीरभूमि एक्सप्रेस में वारदात को अंजाम दिया है। शातिर बदमाशों ने परिवार के साथ यात्रा कर रही महिला का आभूषण और नगदी से भरा बैग चुराया है। बैग में सोने-चांदी के आभूषण के साथ 10 हजार नगदी सहित कुल सवा दो लाख कीमत का सामान रखा हुआ था, जिसे बदमाशों ने चुराया है।
इंदौर जीआरपी के अनुसार बदमाशों ने उक्त वारदात जावरा से रतलाम के बीच अंजाम दिया है। राजकीय रेलवे पुलिस (जीआरपी) के अनुसार इंदौर निवासी कविता (45) पति राजेश परमार चित्तौड़ से इंदौर के लिए वीरभूमि एक्सप्रेस में यात्रा कर रही थी। वह परिवार के साथ कोच एस-6 में देवरानी साधना परमार, ननद अनीता मालवीय और भतीजे विवेक परमार के साथ यात्रा कर रही थी।
एफआईआर में कविता ने बताया कि दोपहर करीब 2 बजे वह जावरा पहुंचने पर बैग को सिरहाने रख सो गई थी। नींद खुली तो देखा की सिरहाने पर्स नहीं है। पर्स में पांच तोला सोने के आभूषण के अलावा 300 से 400 ग्राम के चांदी के गहनों के अतिरिक्त 10 हजार रुपए नगद रखे हुए थे। बदमाशों ने बैग से आभूषण और नगदी निकाल उसे खाली बाथरूम में फेंक गए। जो की अन्य यात्रियों को बाथरूम में मिला। इंदौर जीआरपी ने अज्ञात बदमाशों के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है।
शुरू की गई तलाशी
बताया जा रहा है कि रात डेढ़ से दो बजे के बीच जावरा से रतलाम के बीच सभी रिश्तेदारों को तेज सर्दी व थकान के कारण नींद लग गई। दुल्हन की मामी कविता परमार के पास गहनों व नकदी से भरा बैग था। तभी किसी बदमाश ने हाथ की सफाई दिखाते हुए सिर के नीचे रखा बैग पार कर लिया। कविता ने बताया कि 20 मिनट बाद सभी लोग ट्रेन के रतलाम स्टेशन पर पहुंचने पर जागे। तब देखा कि उसके सिर के नीचे रखा बैग गायब मिला तो सभी सकपका गए। परिजनाे ने स्टेशन पर गश्त कर रहे जीआरपी पुलिस को सूचित कर सहायता ली। गायब बैग की अपने स्तर पर तलाशी शुरू की। लेकिन को पता नहीं चला। तभी उसी कोच में यात्रा कर रहे एक यात्री ने आकर बताया कि आप जिस बैग की तलाश कर रहे हैं। वैसा ही कुछ सामान डिब्बे के शौचालय में पड़े हुए हैं।
लाखों का माल पार
इधर, कविता ने बताया कि सभी ने वहां जाकर देखा देखा तो सभी सोने जेवरात के खाली डिब्बे व पर्स पड़े हुए थे। ट्रेन के अधिक समय तक नहीं रुकने पर इंदौर पहुंचे। वहां रिश्तेदारों ने अन्य रिश्तेदारों को सूचित किया। इंदौर स्टेशन होकर मायूस होकर सभी परिजन इंदौर पुलिस थाना पहुंचे और घटना की जानकारी देते हुए रिपोर्ट दर्ज कराई। कविता परमार ने दर्ज कराई रिपोर्ट में कहा कि वीरभूमि एक्सप्रेस ट्रेन के जनरल कोच पांच व छह में सीट नंबर 50, 24, 45, 15, 16 पर परिजन सवार थे। इसमें उसके पास रखे बैग में पांच तोला के नए सोने के हार, नाक का नथ, मांग टीका, सोने की अंगूठी, चांदी की पायल, चांदी का कंदोरा, एक मोबाइल और दस हजार की नगदी पड़ी थी। लिहाजा कुल दो लाख 32 हजार 500 रूपए की चोरी हुई।