जम्मू कश्मीर: जम्मू को दहलाने की साजिश नाकाम, सुरक्षाबलों ने LoC के पास से जब्त किया हथियारों का जखीरा
जम्मू कश्मीर
सेना के जवानों ने एक बार फिर जम्मू-कश्मीर को दहलाने की साजिश को नाकाम कर दिया है। सुरक्षाबलों ने जम्मू के अखनूर सेक्टर में नियंत्रण रेखा (एलओसी) के पास एक ड्रोन द्वारा गिराए गए नौ ग्रेनेड और एक आईईडी समेत हथियार एवं विस्फोटक बरामद किए गए।
अधिकारियों ने बताया कि ये हथियार एवं विस्फोटक एक बक्से में बंद थे, जिन्हें एलओसी के निकट पालनवाला में सेना और पुलिस के संयुक्त तलाश अभियान के दौरान बरामद किया गया। अधिकारियों ने कहा कि बक्से देख कर संदेह हुआ और बम निरोधक दस्ते को बुलाया गया। बक्से में से एक इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (आईईडी), एक पिस्तौल, दो मैगजीन, 38 कारतूस और नौ ग्रेनेड बरामद किए गए। उन्होंने बताया कि माना जाता है कि एक ड्रोन के जरिए आतंकवादियों के इस्तेमाल के लिए हथियारों की यह खेप गिराई गई थी। उन्होंने बताया कि जिस बक्से में हथियार और विस्फोटक सामग्री रखी गई थी, वह वैसा ही है जैसा पिछले दिनों नियंत्रण रेखा के पार मौजूद आतंकवादियों ने गिराया था। खौर थाना पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज कर ली है और जांच शुरू हो गई है।
राजौरी मुठभेड़ में एक आतंकी ढेर
वहीं, जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले में आतंकियों और सेना के बीच मुठभेड़ गुरुवार सुबह फिर शुरू हो गई है। इस मुठभेड़ में सेना के जवानों ने एक आतंकी को ढेर कर दिया है। अधिकारी के मुताबिक सुरक्षाबलों ने रात में इलाके की घेराबंदी और तलाशी अभियान चलाया। आतंकवादी इस इलाके से भागकर दूसरी तरफ न चले जाएं इसके लिए पूरे इलाके को चारों तरफ से घेर लिया है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि आतंकवादी इलाके से भाग न पाएं, क्योंकि ये घने जंगल का क्षेत्र है।
दो अधिकारियों समेत चार जवान शहीद
बुधवार को राजौरी जिले में आतंकवादियों एवं सुरक्षा बलों के बीच मुठभेड़ में सेना के कैप्टन स्तर के दो अधिकारियों समेत चार जवान शहीद हो गये थे और दो अन्य घायल हुए। अधिकारियों ने कहा कि एक मेजर और एक अन्य जवान घायल हुए हैं। उन्होंने कहा कि घायलों को उधमपुर स्थित सैन्य अस्पताल ले जाया गया है। पुलिस ने बताया कि धर्मसाल के बाजीमाल इलाके में सेना और जम्मू-कश्मीर पुलिस की संयुक्त घेराबंदी एवं तलाश अभियान के दौरान आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ शुरू हो गई। सेना की ‘व्हाइट नाइट कोर' ने ‘एक्स' पर एक पोस्ट में कहा कि विशिष्ट खुफिया जानकारी के आधार पर रविवार को राजौरी के गुलाबगढ़ जंगल के कालाकोट इलाके में संयुक्त अभियान शुरू किया गया। इसमें कहा गया है कि 22 नवंबर को मुठभेड़ शुरू हुई।