श्रेयस अय्यर के लिए आसान नहीं थी वापसी, अपने करियर को लेकर टेंशन में थे
नई दिल्ली
पीठ की चोट से जूझने वाले भारतीय बल्लेबाज श्रेयस अय्यर का दर्द अक्सर असहनीय हो जाता था और जब दर्द कम होने का नाम नहीं लेता था तो वह अपने करियर को लेकर चिंतित हो जाते थे। ऑपरेशन करवाने से पहले अय्यर दर्द से इतना परेशान हो जाते थे कि वह खुद नहीं समझ पा रहे थे कि वह किस दौर से गुजर रहे हैं। यह 28 वर्षीय बल्लेबाज अब चोट से उबर गया है और उन्होंने एशिया कप के लिए भारतीय टीम में वापसी की है।
अय्यर ने चोट के दिनों के अपने संघर्ष को याद करते हुए बीसीसीआई से कहा,'' यह वास्तव में स्लिप डिस्क था जिससे मेरी तंत्रिका दब रही थी और दर्द पांव की छोटी उंगली तक जा रहा था। यह भयावह दौर था। यह असहनीय दर्द था और मैं समझ नहीं पा रहा था कि मैं किस दौर से गुजर रहा हूं।''
इस बल्लेबाज को तब एहसास हुआ कि इस दर्द से निजात पाने का एकमात्र उपाय ऑपरेशन है। उन्होंने कहा, ''मैं उस स्थिति में पहुंच गया था जहां मुझे अहसास हुआ कि अब मुझे ऑपरेशन करवाना ही होगा। फिजियो और विशेषज्ञों ने मुझसे कहा कि ऑपरेशन करवाना बेहद जरूरी है।''
मध्यक्रम के इस बल्लेबाज ने अपने साथियों का भी आभार व्यक्त किया जिन्होंने मुश्किल दौर में उनका साथ दिया और टीम में वापसी पर उन का तहेदिल से स्वागत किया। अय्यर ने कहा,'' ईमानदारी से कहूं तो टीम में शामिल होकर और चारों तरफ खुशनुमा चेहरे देखकर बहुत खुशी हो रही है और मैं वापसी करके रोमांचित हूं।''
अय्यर ने भारत की तरफ से अपना आखिरी मैच मार्च में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चौथे और अंतिम टेस्ट मैच के रूप में खेला था। इसके बाद चोट के कारण वह आईपीएल 2023 में कोलकाता नाइट राइडर्स की अगुवाई भी नहीं कर पाए थे।
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अय्यर ने कहा कि ऑपरेशन करवाने का उनका फैसला सही था क्योंकि अभी उन्हें लंबे समय तक क्रिकेट खेलना है। उन्होंने कहा,'' इसलिए मुझे लगा कि ऑपरेशन करवाना ही सबसे अच्छा फैसला होगा और मैं इस फैसले से वास्तव में खुश था। ऑपरेशन के बाद सर्जन ने भी कहा कि यह बहुत अच्छा फैसला था।''
अय्यर ने कहा कि ऑपरेशन के बाद राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी (एनसीए) में बिताए दिन उनके लिए कड़ी परीक्षा जैसे थे। उन्होंने कहा,'' यह कड़ी परीक्षा का दौर था तथा फिजियो और ट्रेनर मेरी मजबूत वापसी को लेकर आश्वस्त थे। लेकिन अपने मन में मैं दर्द महसूस कर सकता था। उस समय में इस बात को लेकर बेखबर था कि मैं इस परीक्षा में खरा उतर पाऊंगा या नहीं। लेकिन कुछ समय बाद दर्द कम होने लगा और मेरे पांव की ताकत लौटने लगी।''
अय्यर आगामी वनडे विश्व कप को ध्यान में रखकर एशिया कप में दमदार वापसी करना चाहते हैं लेकिन वह बहुत आगे के बारे में सोच कर खुद पर दबाव नहीं बनाना चाहते हैं और वर्तमान में जीना चाहते हैं। उन्होंने कहा,'' अभी मेरे लिए यही महत्वपूर्ण है कि मैं वर्तमान पर ध्यान केंद्रित करूं और अपनी दिनचर्या सही रखूं। मैं इस बारे में नहीं सोचना चाहता हूं कि आगे क्या होगा और अतीत में क्या हुआ।''
अय्यर ने कहा,'' जहां तक तैयारियों की बात है तो मैंने अपने साथियों के साथ दो दिन बहुत अच्छा अभ्यास किया और यह प्रतिस्पर्धी था। इसलिए मैं अभी हर पल का लुत्फ उठा कर खुश हूं।'' एशिया कप के लिए चुनी गई भारतीय टीम अभी बेंगलुरु में अभ्यास शिविर में भाग ले रही है। एशिया कप में उसका पहला मैच दो सितंबर को पाकिस्तान से होगा।