जमशेदपुर में MLA की पत्नी समेत 27 मिले डेंगू पॉजिटिव, 87 सैंपलों की जांच
जमशेदपुर
बरसाती मौसम में पूरे जिले में इन दिनों डेंगू और मौसमी बुखार फैला हुआ है। एमजीएम और सदर अस्पताल की ओपीडी में 40 प्रतिशत मरीज इन्हीं दोनों बीमारियों के पहुंच रहे हैं। मौसमी बुखार में भी मरीजों का प्लेटलेट्स कम हो रहा है। इससे मरीज हैरान हैं। जबकि इन मरीजों की डेंगू जांच रिपोर्ट निगेटिव आ रही है। सामान्य बुखार में प्लेटलेट्स कम होने से मरीज खुद को डेंगू पीड़ित मान लेते हैं।
जबकि यह सच नहीं है। डॉक्टरों के अनुसार, सामान्य बुखार में प्लेटलेट्स कम होना आम बात है, यह डेंगू नहीं है। जिले में अब तक 2200 संदिग्ध मरीजों की जांच में 267 में डेंगू की पुष्टि हो चुकी है। एमजीएम अस्पताल के फिजिशियन डॉ. बलराम झा ने बताया कि एमजीएम में भी ऐसे सामान्य बुखार के मरीज इलाज के लिए आ रहे हैं, जिनका प्लेटलेट्स कम हो रहा है। डेंगू में एक से दो प्रतिशत मरीजों का प्लेटलेट्स कम होता है।
कई बार मौसमी बुखार में प्लेटलेट्स कम हो जाते हैं, जबकि डेंगू में कम नहीं होते। प्लेटलेट्स कम होने को डेंगू से जोड़कर देखना गलत है। प्लेटलेट्स कम होने का कारण शरीर में इंफेक्शन, एनीमिया, वायरल बुखार, विटामिन सी की कमी भी हो सकता है। कई बार दवाओं के ज्यादा उपयोग से भी प्लेटलेट्स कम हो जाते हैं।
प्लेटलेट्स कम होने पर डेंगू की दवा हानिकारक
सामान्य बुखार में प्लेटलेट्स कम होने पर कई लोग खुद से डेंगू की दवा लेना शुरू कर देते हैं। यह स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है। डॉक्टर से इलाज के बाद ही डेंगू या सामान्य बुखार की दवा लें।
बहरागोड़ा विधायक की पत्नी डेंगू से पीड़ित
बहरागोड़ा विधायक समीर मोहंती की पत्नी नयना मुखर्जी को डेंगू हो गया है। शनिवार देर रात उन्हें टीएमएच में भर्ती कराया। विधायक ने बताया कि जांच में डेंगू की पुष्टि हुई है।
प्लेटलेट कम हुआ था, जो धीरे-धीरे रिकवर कर रहा है। फिलहाल हालत में सुधार है। मौसमी बुखार में प्लेटलेट्स कम होने पर घबराने की जरूरत नहीं है। यह डेंगू नहीं है। ऐसा होने पर डॉक्टर से अवश्य दिखाएं।
डॉ. बलराम झा, फिजिशियन, एमजीएम
जिले में डेंगू विस्फोट, 27 नए मरीज मिले
पूर्वी सिंहभूम में रविवार को डेंगू के 27 नए मरीज मिले हैं। इसमें चाकुलिया के 7, टेल्को के 6, गोलमुरी के 3, साकची के एक, मानगो के 8, बागबेड़ा और बारीडीह के एक-एक मरीज शामिल हैं। इन मरीजों का इलाज एमजीएम, सदर अस्पताल, टीएमएच, टाटा मोटर्स अस्पताल, टिनप्लेट अस्पताल में चल रहा है। रविवार को कुल 87 संदिग्ध मरीजों का सैंपल जांच में भेजा गया है।
जिले में डेंगू मरीजों की संख्या बढ़कर 294 हो गई है। अबतक चाकुलिया और मानगो सर्वाधिक मरीज मिल रहे हैं। चाकुलिया की महिलाओं की मौत इलाज के दौरान बंगाल और ओडिशा में हो गई, जिसे डेंगू से मौत होने की बात बताई जा रही है। डेंगू पर अंकुश के लिए लार्वा मिलने पर जुर्माने का भी प्रावधान किया गया है। एंटी लार्वा का छिड़काव और फॉगिंग भी कराई जा रही है। फिर भी डेंगू का कहर रुक नहीं रहा है।