20 मार्च तक पंजाब में इंटरनेट निलंबित, अमृतपाल सिंह की गिरफ्तारी के लिए हाई अलर्ट पर पुलिस
पंजाब
खालिस्तानी नेता और 'वारिस पंजाब दे' के प्रमुख अमृतपाल सिंह की अब तक गिरफ्तारी नहीं हो पाई है। भगोड़ा घोषित किए जाने के बाद से पंजाब पुलिस हाई अलर्ट पर है। अमृतपाल सिंह की गिरफ्तारी को लेकर राज्य भर में सुरक्षा बढ़ाई दी गई है। इसी बीच पंजाब में 20 मार्च तक इंटरनेट सेवा निलंबित कर दी गई है।अधिकारियों ने कहा कि सोशल मीडिया के माध्यम से गलत सूचना और अफवाहों को फैलने से रोकने के लिए राज्य में सोमवार दोपहर तक इंटरनेट बंद रहेगा।
पंजाब सरकार के गृह मामला और न्याय विभाग ने कहा है कि पंजाब के क्षेत्रीय अधिकार क्षेत्र में सभी मोबाइल इंटरनेट सेवाएं, सभी एसएमएस सेवाएं, जिसमें बैंकिंग और मोबाइल रिचार्ज को छोड़कर और वॉयस कॉल को छोड़कर मोबाइल नेटवर्क पर प्रदान की जाने वाली सभी डोंगल सेवाएं 20 मार्च तक निलंबित रहेंगी।'' सूत्रों का कहना है कि अमृतपाल सिंह को पकड़ने के लिए बड़े पैमाने पर अभियान शुरू किया गया है। 18 मार्च की शाम जालंधर में मोटरसाइकिल पर तेजी से भागते हुए आखिरी बार अमृतपाल सिंह को देखा गया था।
अधिकारियों ने कहा कि पुलिस ने उसके संगठन वारिस पंजाब दे के 78 सदस्यों को गिरफ्तार किया है, जबकि कई अन्य को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है। जालंधर के पुलिस कमिश्नर कुलदीप सिंह चहल ने कहा, "पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए लोगों में अमृतपाल सिंह के छह से सात बंदूकधारी भी शामिल हैं।"
खालिस्तानी नेता के पैसों का हिसाब संभालने वाले अमृतपाल सिंह के करीबी सहयोगी दलजीत सिंह कलसी को भी हरियाणा के गुरुग्राम से गिरफ्तार किया गया है। राज्य पुलिस की एक स्पेशल टीम बनाई गई है, जिसमें सात जिलों के पुलिसकर्मी शामिल हैं। इस टीम ने खालिस्तानी नेता के काफिले का पीछा भी किया था जब वह जालंधर की शाहकोट तहसील जा रहा था। आतंकवादी भिंडरावाले का अनुयायी होने का दावा करने वाला कट्टरपंथी सिख अमृतपाल सिंह मोटरसाइकिल पर पुलिस के जाल से बचने में कामयाब रहा।