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सुल्तान जोहोर कप हॉकी: पहले मैच में पाकिस्तान से भिड़ेगी भारत की जूनियर टीम

जोहोर
 पुरुष जूनियर एशिया कप जीतने के बाद भारतीय जूनियर हॉकी टीम शुक्रवार को यहां सुल्तान ऑफ जोहोर कप के पहले मैच में चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान के खिलाफ जीत की लय बरकरार रखने के इरादे से उतरेगी।

भारत को पूल बी में मलेशिया, पाकिस्तान और न्यूजीलैंड के साथ रखा गया है जबकि पूल ए में जर्मनी, ऑस्ट्रेलिया, दक्षिण अफ्रीका और ग्रेट ब्रिटेन को जगह मिली है। जोहोर कप के गत चैंपियन भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ हुए पिछले मुकाबले में जून में जूनियर एशिया कप में 2-1 की जीत के साथ रिकॉर्ड चौथी बार खिताब जीता था। भारत ग्रुप चरण में मलेशिया और न्यूजीलैंड से क्रमश: 28 और 30 अक्टूबर को भिड़ेगा। ग्रुप में शीर्ष दो में रहने वाली टीमों को सेमीफाइनल में जगह मिलेगी।

भारतीय कप्तान उत्तम सिंह ने कहा, ''हम पाकिस्तान के खिलाफ जीत के साथ अपने अभियान की मजबूत शुरुआत करने और फाइनल तक अपने प्रदर्शन में निरंतरता बनाए रखने के लक्ष्य के साथ उतरेंगे।'' उन्होंने कहा, ''हम अपनी सर्वश्रेष्ठ क्षमता के अनुसार प्रत्येक मैच में रणनीति लागू करने की कोशिश करेंगे।''

भारतीय जूनियर टीम के लिए यह साल सफल रहा है जहां टीम ने सुल्तान ऑफ जोहोर कप का पिछला टूर्नामेंट जीतने के अलावा जूनियर एशिया कप का खिताब भी जीता। इसके बाद टीम ने हाल में जर्मनी में चार देशों के अंडर-21 टूर्नामेंट में भी अच्छा प्रदर्शन किया। यह टूर्नामेंट एफआईएच हॉकी जूनियर विश्व कप 2023 से पहले टीम को संयोजन को परखने और विभिन्न प्रतिद्वंद्वी टीमों का आकलन करने का मौका देगा।

 

एशियाड में स्वर्ण चूकने का मलाल एशियाई चैम्पियंस ट्रॉफी में मिटाने उतरेगी भारतीय महिला हॉकी टीम

 हाल ही में हुए एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक से चूकी भारतीय महिला हॉकी टीम शुक्रवार से यहां शुरू हो रही एशियाई चैम्पियंस ट्रॉफी के जरिये इस मलाल को मिटाना चाहेगी और पहले मैच में उसके सामने थाईलैंड जैसी आसान चुनौती है। हांगझोउ एशियाई खेलों के सेमीफाइनल में भारत को चीन ने 4.0 से हराया लेकिन भारत ने जापान को 2.1 से हराकर कांस्य पदक जीता।

खिताब की प्रबल दावेदार के रूप में एशियाई खेलों में स्वर्ण जीतकर सीधे पेरिस ओलंपिक के लिये क्वालीफाई करने का लक्ष्य लेकर गई भारतीय टीम के लिये कांस्य निराशाजनक नतीजा रहा। अब एशियाई चैम्पियंस ट्रॉफी के जरिये सविता पूनिया की कप्तानी वाली टीम के पास एशियाई खेल चैम्पियन चीन और रजत पदक विजेता कोरिया से हार का बदला चुकता करने का सुनहरा मौका है। टूर्नामेंट में मेजबान भारत, चीन, जापान, कोरिया, मलेशिया और थाईलैंड भाग लेंगे। सभी छह टीमें राउंड रॉबिन लीग चरण में एक दूसरे से खेलेंगी और शीर्ष चार टीमें सेमीफाइनल में पहुंचेंगी।

भारत की मुख्य कोच यानेके शॉपमैन ने अपनी पूरी मजबूत टीम चुनी है। एशियाई खेलों में टीम का हिस्सा रही अनुभवी मिडफील्डर सुशीला चानू चोट के कारण टीम से बाहर हैं। उनकी जगह बलजीत कौर को शामिल किया गया है। वैष्णवी फाल्के और शर्मिला देवी भी बैकअप के तौर पर टीम के साथ जायेंगे।

थाइलैंड के बाद भारत को 28 अक्टूबर को मलेशिया से, 30 अक्टूबर को चीन से, 31 अक्टूबर को जापान और दो नवंबर को कोरिया से खेलना है। सेमीफाइनल चार नवंबर को और फाइनल पांच नवंबर को खेला जायेगा।

एशियाई खेलों में चीन के खिलाफ मुकाबले से पहले भारत का प्रदर्शन बेहतरीन रहा। उस सेमीफाइनल को भुलाकर भारतीय टीम नई शुरूआत करने के इरादे से उतरेगी। इसके बाद इसी मैदान पर अगले साल ओलंपिक क्वालीफायर भी होने हैं।

भारतीय कप्तान सविता ने कहा, ‘‘इस तरह के टूर्नामेंटों में किसी टीम को हलके में नहीं लिया जा सकता। हम हर मैच जीतने के इरादे से उतरेंगे। हमारी नजरें पेरिस ओलंपिक 2024 क्वालीफायर पर भी है जो रांची में ही होने हैं। उसकी तैयारी के लिये भी यह टूर्नामेंट अहम है।''

भारत की मुख्य कोच शॉपमैन ने कहा, ‘‘ओलंपिक क्वालीफायर से पहले यह टूर्नामेंट काफी अहम है। इससे हमें दूसरी टीमों को आंकने और अपने खिलाड़ियों को परखने का मौका मिलगा।''

भारत ने 2016 में यह खिताब जीता और 2013 तथा 2018 में उपविजेता रहा। इसके अलावा 2010 में टीम तीसरे स्थान पर रही थी। अन्य मैचों में पहले दिन गत चैम्पियन जापान का सामना मलेशिया से और चीन का दक्षिण कोरिया से होगा।

 

भारत ने एशियाई पैरा खेलों में रचा इतिहास, रिकॉर्ड 80 पदक तक पहुंचा

भारतीय पैरा खिलाड़ियों ने  यहां इतिहास रचते हुए एशियाई पैरा खेलों में सर्वाधिक पदक जीतने का रिकॉर्ड बनाते हुए अपने कुल पदक की संख्या को 80 तक पहुंचाया जिसमें 18 स्वर्ण भी शामिल हैं।

भारत ने इंडोनेशिया में 2018 में 72 पदक जीतने के अपने पिछले सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन को पीछे छोड़ दिया है। भारत ने अब तक 18 स्वर्ण, 23 रजत और 39 कांस्य सहित कुल 80 पदक जीते हैं। खेलों में अब दो दिन बाकी हैं और भारत हांगझोउ खेलों में 100 पदक जीतने के अपने लक्ष्य को हासिल करने की राह पर है। भारत ने जकार्ता में पिछले पैरा एशियाई खेलों में 15 स्वर्ण, 24 रजत और 33 कांस्य पदक सहित 72 पदक जीते थे।

गुरुवार को पुरुष एफ46 गोला फेंक स्पर्धा में सचिन सर्जेराव ने 16.03 मीटर के खेलों के रिकॉर्ड थ्रो के साथ भारत को दिन का पहला स्वर्ण पदक दिलाया। रोहित कुमार ने 14.56 मीटर के प्रयास के साथ कांस्य पदक जीता। पैरा निशानेबाज सिद्धार्थ बाबू ने आर6 मिश्रित 50 मीटर राइफल प्रोन एसएच1 स्पर्धा में 247.7 अंक के साथ स्वर्ण पदक जीता।

शीतल देवी और राकेश कुमार की तीरंदाजी की कंपाउंड मिश्रित टीम ने चीन के लिन युएशान और ऐइ शिनलियांग को फाइनल में 51-149 से हराकर स्वर्ण पदक अपने नाम किया। आदिल मोहम्मद नजीर अंसारी और नवीन दलाल की तीरंदाजी पुरुष युगल जोड़ी ने डब्ल्यूवन स्पर्धा में कजाखस्तान की जोड़ीह को 125-120 से हराकर कांस्य पदक अपने नाम किया।

सिमरन और भाग्यमाधवराव जाधव ने महिला टी12 100 मीटर और महिला एफ34 गोला फेंक स्पर्धा में रजत पदक जीते। सिमरन ने 26.12 सेकेंड का समय लिया जबकि भाग्यने 7.54 मीटर की दूरी तय की। नारायण ठाकुर ने पुरुष टी35 100 मीटर में 14.37 सेकेंड के समय के साथ कांस्य पदक जीता जबकि श्रेयांश त्रिवेदी (12.24 सेकेंड) को भी पुरुष टी37 100 मीटर स्पर्धा में कांस्य पदक मिला।

पैरा बैडमिंटन में सुकांत इंदूकांत कदम (पुरुष एकल एसएल4), सिवन नित्या सुमथी (महिला एकल एसएच6), मनीषा रामदास (महिला एकल एसयू5), मनदीप कौर और मनीषा (महिला युगल एसएल3-एसयू5), कृष्णा नागर और सिवराजन एस (पुरुष युगल एसएच6) तथा प्रमोद भगत और सुकांत (पुरुष युगल एसएल3-एसएल4) ने अपने-अपने सेमीफाइनल मुकाबले गंवाने के बाद कांस्य पदक जीते। शतरंज में भावेशकुमार रति हिमांशी ने महिला व्यक्तिगत स्टैंडर्ड वी1-बी1 स्पर्धा में कांस्य पदक जीता।

एशियाई पैरा खेल में आज की पदक तालिका…

देश………………………..स्वर्ण…..रजत…..कांस्य…..कुल
चीन……………………….141……116…….99……356
ईरान………………………31……..35……..27…….93
जापान…………………….26……..27…….38…….91
उजबेकिस्तान…………….20……..19…….23…….62
थाईलैंड ………………….20…….16……..34…….70
भारत……………………..18……..23…….39…….80
दक्षिण कोरिया……………18……..19…….26…….63
इंडोनेशिया………………..17……..24…….26……57

 

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