वेस्टइंडीज से हारते -हारते बची भारतीय टीम, सामने आईं 5 बड़ी चुनौतियां, आगे क्या?
नईदिल्ली
भारत और वेस्टइंडीज के बीच 27 जुलाई को खेले गए पहले वनडे मैच से टीम इंडिया का आईसीसी वर्ल्ड कप 2023 (ICC World Cup 2023) के लिए फ्यूचर प्लान सामने आ गया है. रोहित शर्मा ने ये एकदम क्लियर कर दिया है कि टीम इंडिया बैटिंग ऑर्डर में बदलाव करती रहेगी. वहीं टीम इंडिया ने जिस तरह का कॉम्बिनेशन ब्रिजटाउन में ट्राय किया, उससे 5 बड़े संदेश उभरकर भी सामने आए हैं. इस खबर में हम आपको रोहित के वर्ल्ड कप को लेकर तैयार ब्लूप्रिंट के बारे में बारी-बारी से बताने जा रहे हैं.
पहले जान लीजिए, आखिर रोहित ने बल्लेबाजी क्रम में इतना बड़ा फेरबदल क्यों किया? क्यों वो खुद 12 साल बाद सातवें नंबर पर खेलने के लिए उतरे? विराट कोहली को तो बल्लेबाजी का मौका ही नहीं मिला? लेकिन, यहां पर एक बात और समझनी होगी एक्सपेरिमेंट तो सही है, पर इस तरह कर ऐसा ना हो कि वर्ल्ड कप के लिए कोई खिलाड़ी अपनी तय भूमिका के लिए तैयार ही ना पाए.
टीम इंडिया को वर्ल्ड कप से पहले कुल मिलाकर 12 ODI खेलने हैं. इसमें 6 मुकाबले (सुपर-4 और फाइनल खेलने पर) एशिया कप के तहत सितंबर में होंगे. जबकि 6 वनडे मैच द्विपक्षीय सीरीज के तहत खेले जाएंगे. इस तरह रोहित एंड कंपनी के लिए वर्ल्ड कप की तैयारी को लेकर सिर्फ 12 ही वनडे मैच हैं.
बहरहाल, वापस आते हैं रोहित द्वारा ब्रिजटाउन में किए गए टीम में एक्सपेरिमेंट पर. वेस्टइंडीज के खिलाफ पहले वनडे में बल्लेबाजी क्रम में गजब का बदलाव देखने को मिला. रोहित शर्मा नंबर 7 पर खेलने उतरे. वहीं विराट कोहली को तो बल्लेबाजी का मौका ही नहीं मिला. ईशान किशन ने शुभमन गिल के साथ ओपनिंग की.
इसके बाद सूर्यकुमार यादव, हार्दिक पंड्या, रवींद्र जडेजा और शार्दुल ठाकुर बल्लेबाजी करने आए. रोहित ने मैच के बाद बताया कि वह वर्ल्ड कप 2023 से पहले निचले क्रम के बल्लेबाजों को मौका देना चाहते थे. आगे भी ऐसा होगा, यानी साफ है टीम इंडिया के फैन्स यह सब देखने के लिए तैयार रहे. रोहित 9 बार वनडे करियर में सातवें नंबर पर खेलने के लिए उतरे. इससे पहले वो 15 जनवरी 2011 को जोहान्सबर्ग में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ लास्ट टाइम सातवें नंबर पर बल्लेबाजी करने के लिए उतरे थे.
खैर पहले वनडे में वेस्टइंडीज को 114 रनों पर पहले समेटने के बाद भारत के लिए सबसे बड़ी राहत की बात यह रही कि उसने 163 गेंद पहले यह मैच जीत लिया. लेकिन टीम इंडिया के सामने 5 बड़े चैंलेंजेस भी सामने आए हैं.
1: क्या टीम इंडिया फ्लैक्सिबेल एप्रोच के साथ खेलेगी…
खैर, इस सवाल का जवाब तो खुद कप्तान रोहित ने मैच के बाद दे ही दिया. टीम निचले क्रम के खिलाड़ियों को ट्राय करना चाहती है ताकि मौका आने पर वो भी बल्लेबाजी में हाथ भांज सकें. यही वजह थी कि रोहित ने खुद से पहले शार्दुल ठाकुर को बल्लेबाजी के लिए भेज दिया. विराट कोहली पैड पहनकर इंतजार करते रहे.
2: क्या ईशान किशन करेंगे ODI में ओपन?
2019 के वर्ल्ड कप में रोहित शर्मा के साथ केएल राहुल ने कई मैचों में ओपनिंग की थी. उससे पहले टीम में रोहित और शिखर धवन ओपन करते थे, तो लेफ्टी और राइटी का कॉम्बिनेशन बना रहता था. शिखर के जाने के बाद लेफ्टी ओपनर का स्लॉट खाली है. हाल में टेस्ट में बाएं हाथ के यशस्वी जायसवाल को ट्राय किया गया था.
यशस्वी के खेलने के बाद खुद रोहित ने भी कहा था कि वह बाएं हाथ के ओपनर से वैरायटी बनी रहती है. ऐसे में यह साफ है कि रोहित टॉप ऑर्डर में बतौर ओपनर बाएं हाथ का बल्लेबाज चाहते हैं. वैसे सचिन तेंदुलकर और सौरव गांगुली भी भारत की ओर से वनडे की सर्वश्रेष्ठ ओपनिंग जोड़ी रह चुकी है, जो लेफ्टी-राइटी होने के कारण विपक्षी खेमे में खलबली मचाकर रखते थे. गांगुली और सचिन ने 136 बार ओपनिंग पार्टनरशिप करते हुए 6609 रन बनाए थे.
3: कौन होगा ODI वर्ल्ड कप में टीम इंडिया का नंबर 4?
टीम इंडिया के लिए ODI में नंबर 4 पोजीशन अब भी तिलिस्म बनी हुई है. 2019 के वर्ल्ड कप में भी टीम के लिए नंबर 4 पोजीशन सिरर्द बनी हुई थी. तब चीफ सेलेक्टर एमएसके प्रसाद ने विजय शंकर को टीम में शामिल किया था. विजय शंकर तब अंबति रायडू की जगह खासतौर पर नंबर 4 पोजीशन के लिए ही अचानक शामिल किए गए थे. फिर वो इंजर्ड हो गए, तब पंत बीच वर्ल्ड कप में टीम में बुलाए गए और नंबर 4 पर खेले. वेस्टइंडीज के खिलाफ 27 जुलाई को हुए वनडे मैच में टीम ने हार्दिक पंड्या (5 रन) को ट्राय किया, पर वो कुछ खास नहीं कर सके.
वैसे पिछले कुछ समय से नंबर पर पोजीशन पर श्रेयस अय्यर खेल रहे थे. लेकिन, वो अब इंजर्ड होने के बाद फिट हुए हें . श्रेयस अब तक कुल 42 वनडे मैच खेले हैं. इनमें से उन्होंने नंबर 4 पोजीशन पर उन्होंने 22 मैचों में 47.35 के एवरेज और 94.37 के स्ट्राइक रेट से 853 रन बनाए हैं. वापसी पर वह कैसा करते हैं, यह देखना होगा.
विराट कोहली भी नंबर 4 पोजीशन पर 42 मैचों में 55.21 के एवरेज से 1767 रन बना चुके हैं. वह ज्यादातर नंबर 3 पोजीशन पर ही खेलते हैं. ऐसे में एक ही संभावना है कि रोहित ईशान के साथ ओपन करें, नंबर तीन पर टेस्ट की तरह शुभमन (गिल नंबर तीन अपनी फेवरेट पोजीशन टेस्ट में बता चुके हैं) आएं. तब विराट 4 पर खेल सकते हैं.
4: सूर्या का वनडे फॉर्म बढ़ा रहा टेंशन, गिल का बल्ला कब गरजेगा?
रोहित शर्मा के लिए इस समय सबसे बड़े सिरदर्द सूर्यकुमार यादव का वनडे फॉर्म है. रोहित यह दुआ कर रहे होंगे कि वनडे वर्ल्ड कप से पहले सूर्या की फॉर्म में वापसी हो जाए. सूर्या ने 24 वनडे में 23.78 के एवरेज से केवल 452 रन बनाए हैं. ब्रिजटाउन में भी वो वेस्टइंडीज के खिलाफ महज 19 रन पर आउट हो गए. इससे पहले की सूर्या की वनडे इनिंग 0, 0, 0, 14 रही हैं. हालांकि, सूर्या टी-20 के 48 मैचों में 175.76 के स्ट्राइक रेट से 46.52 का एवरेज से 1675 रन जड़ चुके हैं.
वहीं दूसरी बड़ी टेंशन टीम के लिए आईपीएल 2023 के ऑरेन्ज कैप होल्डर शुभमन गिल बन गए हैं. शुभमन विंडीज दौरे पर बुरी तरह फ्लॉप रहे हैं. उम्मीद थी 2 टेस्ट में 55 रन बनाने के बाद गिल वनडे में वापसी करेंगे पर ब्रिजटाउन में भी वो 7 रन बनाकर आउट हुए. उम्मीद अब यही है कि गिल वनडे में वापसी करेंगे क्योंकि वो अब तक 25 वनडे मैचों में 62.76 के एवरेज से 1318 रन बना चुके हैं.
अब अंत में बात कर लेते हैं, उस चीज की आखिर टीम इंडिया के उस समीकरण की जिसके लिए टीम इंडिया लगातार जूझेगी. मतलब ईशान किशन vs संजू सैमसन में कौन, जडेजा vs अक्षर में कौन और युजवेंद्र vs कुलदीप में कौन खेलेगा?
5: विकेटकीपर, ऑलराउंडर और स्पिनर्स का कैसे तय होगा गणित?
कुलदीप यादव ने पहले वनडे में 4 विकेट झटककर और 4 विकेट लेकर 'प्लेयर ऑफ द मैच' का खिताब झटका. ऐसे में चाहल को कब मौका मिलेगा यह सवाल है. फिलहाल वनडे में कुलदीप-जडेजा के साथ गेंदबाजी करते दिख सकते हैं. वहीं अब तक के आंकड़े देखें जाएं तो अक्षर के आगे जडेजा को वरीयता मिलनी तय है.वहीं विकेटकीपर्स को लेकर भी ईशान किशन और संजू सैमसन में ही टक्कर दिखेगी. हालांकि, रोहित का विश्वास ईशान किशन पर ज्यादा है. वहीं सबसे बड़ा सवाल केएल राहुल को लेकर भी होगा, जब वो टीम में आएंगे तो उनकी जगह किस पोजीशन पर बनेगी. क्या वो टीम में विकेटकीपिंग करेंगे, हालांकि, उनकी इंजरी देखते हुए ऐसा मुश्किल ही दिखता है.