मोहम्मद आजम खान और उनके करीबियों पर 59 घंटे चली इनकम टैक्स की रेड
रामपुर
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव और मोहम्मद अली जौहर ट्रस्ट के संस्थापक और आजीवन अध्यक्ष मोहम्मद आजम खां के घर, उनके करीबियों और नसे जुड़े ठिकानों पर आयकर की रेड 59 घंटे बाद खत्म हो गई। आयकर विभाग की टीमें शुक्रवार की शाम लगभग छह बजे अपनी कार्रवाई पूरी करके लौट गईं। आखिरी दिन आयकर विभाग की टीमों ने जांच का दायरा बढ़ाते हुए पीडब्ल्यूडी दफ्तर और जिला पंचायत दफ्तर में भी रिकॉर्ड खंगाले। विभागीय सूत्रों के अनुसार इस कार्रवाई में आजम खां के घर से 83.96 लाख रुपये नकद और 2.04 करोड़ रुपये के आभूषण बरामद हुए हैं। इसमें टीम ने 16.90 लाख नकद और 38.30 लाख रुपये के गहने जब्त कर लिए हैं।सपा नेता आजम खान के साथ उनका मोहम्मद अली जौहर ट्रस्ट भी कर चोरी के आरोपों में फंस गया है। गड़बड़ियों के मिलान के लिए आयकर की टीमों ने बुधवार को रामपुर से लखनऊ तक 30 से अधिक स्थानों पर एक साथ छापेमारी की थी। कई स्थानों पर जांच पूरी हो चुकी है।
आजम के घर और उनसे जुड़े ठिकानों पर आयकर की रेड बुधवार को सुबह सात बजे शुरू हुई थी। पहले दिन जेल रोड स्थित पंजाब नेशनल बैंक के मैनेजर सतीश कुमार को गवाह के रूप में लिया। जो-जो नाम प्रकाश में आते रहे, उनके यहां आयकर के अधिकारी जाकर जांच-पड़ताल करते रहे। इन तीन दिनों में आयकर अफसरों ने आजम खां, उनकी पत्नी तजीन फात्मा, बेटा अदीब आजम, अब्दुल्ला आजम, सपा विधायक नसीर अहमद खां, डीसीबी के पूर्व चेयरमैन सलीम कासिम, शाहजेब खां के यहां छापामारी की। वहीं जौहर विवि, हमसफर रिसार्ट, नसीर खां केफार्म हाउस पर भी रेड डाली। एसबीआई में खातों का मिलान किया। गांधी समाधि पर बेनामी संपत्ति देखी। तीसरे दिन पीडब्ल्यूडी से लेकर जिला पंचायत तक छानबीन की।
सपा विधायक नसीर खां के आवास, जौहर विवि के पूर्व एकाउंटेंट के यहां भी टीमें पहुंचीं और जांच-पड़ताल की। वहीं, एसबीआई में भी खातों का मिलान किया जा रहा है। आजम के खास रहे शाहजेब खां के यहां भी बेनामी संपत्ति को लेकर जांच शुक्रवार की दोपहर तक होती रही। रामपुर में करीब 59 घंटों तक अलग-अलग ठिकानों पर छापेमारी करने वाले आयकर अधिकारी शाम को छह बजे सर्च पूरी कर रामपुर से वापस हो गए।
दूध बेचकर चलता है घर का खर्च आजम खां
आजम खां ने आयकर टीम को न सिर्फ अपने खर्चे का हिसाब-किताब दिया, बल्कि उन्होंने अपनी पीड़ा भी बयां की है। सूत्रों की मानें तो आजम खां ने बताया कि उनका डेयरी उद्योग भी है, जिससे दूध बेचकर 20 हजार रुपये प्रतिदिन मिलते हैं। इसी से घर का खर्च चलता है। उन्होंने इस दौरान अपनी बीमारी से लेकर जेल में गुजारे वक्त तक की दास्तां बयां की। बता दें कि तीन दिन से चल रही जांच के दौरान आजम खां का ज्यादातर वक्त बिस्तर पर ही बीता है। उन्होंने पहले ही दिन कहा था कि वह बीमार हैं, उन्हें परेशान न किया जाए। हालांकि उन्होंने यह भी कहा था कि अधिकारी अपना काम करें। इसी बीच गुरुवार को डॉक्टर को बुलाकर उनकी जांच कराई गई। वह शुक्रवार को टीम के सामने कई बार चलकर भी आए।
अब तक जांच में सामने आईं प्रमुख बातें
-83.96 लाख नकदी मिली, इसमें से 16.90 लाख रुपये जब्त कर पीडी खाते में जमा
-2.04 करोड़ रुपये की ज्वैलरी और अन्य कीमती सामान, इसमें से 38.30 लाख का माल जब्त
-मौलाना मोहम्मद अली जौहर ट्रस्ट के दो अलग-अलग खातों में 5.10 करोड़ और 8.31 करोड़ की रसीदें, जबकि ई-फाइलिंग पोर्टल पर ट्रस्ट ने केवल 3.21 करोड़ की रसीदें दिखाईं।
-मौलाना मोहम्मद अली जौहर ट्रस्ट ने पर्याप्त भुगतान किया था, लेकिन वेतन पर व्यय के रूप में राशि से टीडीएस नहीं काटा।
-मौलाना मोहम्मद अली जौहर ट्रस्ट ने भवन निर्माण के मद में 45.83 करोड़ रुपये दिए, लेकिन उस पर कोई टीडीएस नहीं काटा गया।
-ट्रस्ट पर 23.01.2015 तक 2000 और 27.12.2018 तक सेस का 252 करोड़ डिफाल्ट पाया गया
-विश्वविद्यालय परिसर में कुल 58 भवनों पर 418.37 करोड़ खर्च हुए हैं