रायपुर
12 मार्च के एक दिवसीय कार्यशाला के विषय पर छत्तीसगढ़ महिला आयोग की अध्यक्ष डॉ किरणमयी नायक ने कार्यशाला से संबंधित विभागों के अधिकारियों के साथ महत्वपूर्ण बैठक की। जिसमें महिला आयोग के सचिव आनंद प्रकाश किस्पोट्टा, अपर श्रमायुक्त एस एल जांगड़े, महिला एवं बाल विकास के संचालक दिव्या मिश्रा, सहायक अपर श्रम आयुक्त अनिल कुमार कुजूर ,समाज कल्याण विभाग के उपसंचालक किरण खरे एवं सहायक संचालक कमल भदौरियाबैठक में मुख्य रूप से उपस्थित रहे।
छत्तीसगढ़ महिला आयोग की अध्यक्ष डॉ किरणमयी नायक जी ने बैठक में उपस्थित अधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ राज्य महिला आयोग के तत्वाधान मे एक दिवसीय प्रदेश स्तरीय प्रशिक्षण सह कार्यशाला आयोजन किया जा रहा है। उक्त प्रशिक्षण सह कार्यशाला का शुभारंभ माननीय मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल जी, के करकमलों द्वारा किया जाना है। जिसमें छ.ग. राज्य महिला आयोग के संबंध में जानकारी, साइबर क्राईम एवं मानव तस्करी एवं महिलाओं का कार्यस्थल पर लैंगिक उत्पीड? (निवारण, प्रतिषेध तथा प्रतितोष) अधिनियम 2013 विषय पर 12 मार्च को प्रात: 10 बजे से शाम 5 बजे तक पंडित दीनदयाल उपाध्याय आॅडिटोरियम रायपुर में आयोजित किया जाएगा।
बैठक में उपस्थित विभाग के अधिकारियों से विचार विमर्श करने के उपरांत डॉ किरणमयी नायक ने अधिकारियों से कहा कि मानव तस्करी, महिला मानव तस्करी, प्रवासी श्रमिक, बाल श्रमिकों के शोषण, बाल विवाह जैसे मामलों पर रोक लगाने के लिए छत्तीसगढ़ राज्य महिला आयोग आपके साथ है। इन सभी घटनाओं पर रोक लगाने के लिए छत्तीसगढ़ राज्य महिला आयोग द्वारा श्रम आयोग से एक अधिकारी, पुलिस विभाग से एक अधिकारी एवं महिला एवं बाल विकास विभाग से एक अधिकारी की प्रदेश लेवल में एक समिति की गठन किया जा सकेगा। समिति की समीक्षा बैठक हम हर 3 माह में एक बार लेंगे। जिसका मुख्य उद्देश्य बंधुआ मजदूरी, मानव तस्करी, एवं बालिकाओं का संरक्षण किया जा सके। छत्तीसगढ़ राज्य महिला आयोग इन सभी विषयों पर माननीय मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जी को अपनी विस्तृत रिपोर्ट सौंपेंगी ताकि बॉर्डर से लगे हुए जिलों से होने वाली मानव तस्करी पर पूर्णत: लगाम लगाया जा सके। वहीं मानव तस्करी एवं साइबर क्राइम एवं महिलाओं के कार्यस्थल पर लैंगिक उत्पीड? जैसे विषयों पर छत्तीसगढ़ राज्य महिला आयोग निरंतर सजग रहकर त्वरित कार्रवाई किए जाने हेतु प्रदेश स्तरीय मॉनिटरिंग सेल का गठन करने के उद्देश्य को लेकर प्रदेश स्तरीय मॉनिटरिंग सेल का गठन करने बाबत सहमति बनी है। 12 मार्च के कार्यक्रम के पश्चात इन सभी संवेदनशील बिंदुओं पर कार्य कर छत्तीसगढ़ के महिलाओं एवं बालिकाओं को सुरक्षित एवं संरक्षित किए जाने के बाबत विचार विमर्श किया गया।