कनाडा में इंदिरा गांधी की हत्या की झांकी निकालने का मामला गरमाया, उच्चायुक्त ने जताया खेद
नई दिल्ली
कनाडा के ब्रैम्पटन में पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की सिख अंगरक्षकों द्वारा हत्या को दर्शाती एक झांकी निकालने का मामले सामने आया है। दरअसल, ये झांकी 4 जून को ब्रैम्पटन में एक सिख परेड का हिस्सा थी, जिसमें खालिस्तान के झंडे को दर्शाया गया था। पोस्टर में लिखा था ये है 'बदला'
झांकी में यह दर्शाया गया
खालिस्तान समर्थकों की इस झांकी में दो सिख गनमैन पूर्व पीएम इंदिरा गांधी को गोली मारते दिखाई दे रहे हैं।झांकी में ऑपरेशन ब्लू स्टार और साल 1984 के सिख दंगों के बैनर भी लगे थे। इस घटना का वीडियो तेजी से वायरल होने के बाद हर कोई हैरान है और आपत्ति जता रहा है।
कनाडा के उच्चायुक्त का आया बयान
''कनाडा में इस झांकी की खबरों से स्तब्ध हूं, जिसमें दिवंगत भारतीय प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या का जश्न मनाया गया था। नफरत या हिंसा के महिमामंडन के लिए कनाडा में कोई जगह नहीं है। मैं स्पष्ट रूप से इन गतिविधियों की निंदा करता हूं।"
भारत के लोग नाराज
भारत में लोग इस घटनाक्रम से हैरान और नाराज हैं। लोगों का कहना है कि भारत को ब्रैम्पटन में एक परेड में इंदिरा गांधी की हत्या की झांकी को शामिल करने पर कड़ी आपत्ति जताने के लिए कनाडा के उच्चायुक्त को तलब करना चाहिए।
इससे पहले, ब्रैम्पटन प्रांत में ही एक हिंदू मंदिर में 'भारत-विरोधी' नारे लिखकर तोड़फोड़ की गई थी। इसपर टोरंटो में भारतीय वाणिज्य दूतावास जनरल ने गौरी शंकर मंदिर पर हमले की निंदा करते हुए एक बयान भी जारी किया था। भारत ने हाल ही में कनाडा में भारतीय राजनयिक मिशनों के खिलाफ खालिस्तानी चरमपंथी तत्वों द्वारा की गई कार्रवाइयों के बारे में अपनी कड़ी चिंताओं को जताते हुए कनाडा के उच्चायुक्त को तलब किया था।