खूंखार कैदियों के बीच कटेगी इमरान खान की रातें, शहबाज सरकार ने हत्यारे, रेपिस्ट और डकैतों संग जेल में ठूंसा
इस्लामाबाद
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री और पीटीआई प्रमुख इमरान खान को तोशखाना केस में तीन साल कैद और एक लाख रुपए जुर्माने की सजा सुनाई जा चुकी है। फैसला आने से 15 मिनट पहले ही इमरान खान को गिरफ्तार किया जा चुका था। पुलिस उन्हें लाहौर से गिरफ्तार कर पंजाब प्रांत के अटक जेल में भेज चुकी है। फैसले के वक्त कोर्ट रूम में न ही इमरान मौजूद थे और न उनके वकील। यहां पाकिस्तान की शहबाज शरीफ सरकार की खुंदस का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि उन्हें इस्लामाबाद की जेल भेजने के बजाय जिला अटक की जेल में डाला गया है, जहां खूंखार कैदियों के बीच उनकी रातें कटेंगी।
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के दिन लद चुके हैं। शहबाज शरीफ सरकार ने चुनाव से कुछ महीने पहले ही इमरान को जेल भेज दिया है। साथ ही तीन साल की सजा सुनाए जाने के बाद इमरान पर अगले पांच साल तक चुनाव लड़ने पर भी रोक लग गई है। इमरान पर आए फैसले के साथ ही मौजूदा सरकार की चुनौती लगभग खत्म हो चुकी है। इमरान खान को शनिवार शाम गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तारी से पहले इमरान ने वीडियो जारी कर अपनी अरेस्टिंग की भविष्यवाणी कर ली थी।
इमरान ने क्या कहा था
इमरान खान ने अपनी गिरफ्तारी से पहले ट्वीट कर कहा था, "मैं अपनी गिरफ्तारी को लेकर आशंकित हूं और मैं इस संदेश को अपनी गिरफ्तारी से पहले रिकॉर्ड कर रहा हूं। यह पूरी योजना लंदन से अमल में लाई जा रही है और यह इस दिशा में एक और कदम है, लेकिन मैं चाहता हूं कि मेरी पार्टी के कार्यकर्ता शांतिपूर्ण, दृढ़ और मजबूत रहें। हम किसी और के सामने नहीं बल्कि अल्लाह के सामने झुकते हैं जो अल हक है। हम ला इलाहा इल्लल्लाह पर विश्वास करते हैं।"
इमरान के पास क्या विकल्प हैं?
गिरफ्तारी के साथ ही इमरान खान अगले पांच साल तक चुनाव नहीं लड़ सकते। लेकिन अब इमरान ख़ान और उनकी पार्टी पीटीआई फैसले के खिलाफ ऊपरी अदालत में अपील कर सकती है। उन्हें फैसले के खिलाफ अपील का अधिकार है। इसके अलावा फैसला सुनाते वक्त इमरान न ही उनके वकील कोर्ट रूम में मौजूद नहीं थे। इसलिए जमानत या फौरी गिरफ्तारी का भी अधिकार भी वो गंवा चुके हैं। फिलहाल ऊपरी अदालत के फैसले तक इमरान को जेल में ही रहना होगा।
किस जेल में हैं इमरान खान
शनिवार को पाकिस्तानी पुलिस ने इमरान खान लाहौर से गिरफ्तार किया और पंजाब प्रांत की अटक जेल में ठूंस दिया। बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक, पाक के पंजाब जेल में आम तौर पर जेल में तीन तरह की कैटेगरी हैं, जिममें ए श्रेणी में राजनेताओं, पूर्व केंद्रीय मंत्रियों या बड़ी रसूख वाले लोगों को रखा जाता है। जिसमें उन्हें मनपसंद का खाना-खाने और रिश्तेदारों से मिलने संबंधी छूट होती है। बी कैटेगरी में अच्छे परिवार के वे लोग जो आपसी झगड़े या वाद में जेल जाते हैं, उन्हें रखा जाता है। जबकि सी कैटेगरी में हत्या, रेपिस्ट और डकैतों को रखा जाता है। पंजाब की 42 जेलों में से सिर्फ दो बहावलपुर और रावलपिंडी जेल में तीनों कैटेगरी की सुविधा हैं। इमरान खान को जिस जेल में रखा गया है वहां, बी और ए की कोई कैटेगरी नहीं है। इसलिए इमरान को सी कैटेगरी वाले कैदियों के बीच रखा गया है।
इस कैटेगरी की जेल में खूंखार कैदी हैं। न ही इन्हें मनपसंद का खाना-खाने की अनुमति है। न ही साफ-सफाई का ध्यान रखा जाता है। यहां किसी भी कैदी को कोई खास सुविधा नहीं दी जाती। यहां कैदियों को भेड़-बकरियों की तरह ठूंसा जाता है।