इमरान खान ने पाकिस्तान सरकार के साथ बातचीत से इनकार किया
इस्लामाबाद
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने शहबाज शरीफ के नेतृत्व वाली संघीय सरकार के साथ बातचीत से इनकार किया है, लेकिन उन्होंने सैन्य प्रतिष्ठान के साथ वार्ता शुरू करने के लिए उत्सुकता दिखाई।
कई मामलों के संबंध में इस्लामाबाद उच्च न्यायालय (आईएचसी) में पेश होने के बाद पत्रकारों से बात करते हुए, पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) पार्टी के अध्यक्ष ने कहा कि सत्ताधारी शासकों सहित राजनीतिज्ञ ''शक्तिहीन'' हैं और उनके पास संवाद करने का अधिकार नहीं है।
समाचार पत्र 'डॉन' की खबर के अनुसार खान ने पाकिस्तान सरकार के साथ बातचीत से इनकार किया लेकिन वह सैन्य प्रतिष्ठान के साथ बातचीत करने को तैयार हैं। क्रिकेट से राजनीति में आए खान ने कहा कि वह प्रतिशोध में विश्वास नहीं करते हैं और अगर सत्ता में दोबारा आए तो कानून का शासन स्थापित करने का प्रयास करेंगे।
पाकिस्तान के हालात पर अमेरिका चिंतित, दी लोकतांत्रिक सिद्धांतों के सम्मान की नसीहत
वाशिंगटन
पाकिस्तान में राजनीतिक कार्यकर्ताओं पर आर्मी एक्ट के तहत हो रही कारर्वाई सहित समग्र हालात पर अमेरिका ने चिंता जाहिर की है। अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने पाकिस्तान को लोकतांत्रिक सिद्धातों के सम्मान की नसीहत भी दी है।
मैथ्यू मिलर ने कहा कि अमेरिका, पाकिस्तान में नागरिकों के खिलाफ की जा रही सैन्य कार्रवाई से परिचित है। मिलर ने कहा कि अमेरिका लगातार पाकिस्तान से लोकतांत्रिक सिद्धांतों और कानून के शासन का सम्मान करने की अपील कर रहा है ताकि संविधान की सर्वोच्चता कायम हो सके।
पाकिस्तान में पांच हजार से ज्यादा लोगों को जेल में डाले जाने और सुप्रीम कोर्ट के आदेश की अवमानना के सवाल पर मिलर ने कहा कि अमेरिका को हालात के बारे में जानकारी है। अमेरिका उन नागरिकों के लिए चिंतित भी है, जो मिलिट्री ट्रायल का सामना कर रहे हैं। अमेरिकी अधिकारी लगातार पाकिस्तानी अधिकारियों से अपील कर रहे हैं कि वह लोकतांत्रिक सिद्धांतों का सम्मान करें। साथ ही पाकिस्तानी शीर्ष अधिकारियों के साथ मानवाधिकार, लोकतंत्र, सुरक्षा, पत्रकारों की सुरक्षा और कानून के राज का सम्मान आदि को लेकर बातचीत भी होती रहती है। अमेरिका के लिए यह हमेशा से प्राथमिकता है।