लव जिहाद से बचना है तो धर्म से बाहर शादी ना करें, हिंदू परिवार के कत्ल पर हिमंत सरमा की सलाह
दिसपुर
असम के गोलाघाट में हुई हिंदू महिला और उसके माता-पिता की हत्या की घटना चर्चा में है। इसी बीच राज्य के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने राज्य के युवाओं को धर्म के बाहर शादी नहीं करने की सलाह दे दी। साथ ही उन्होंने 'लव जिहाद' को भी रोकने की अपील की है। इधर, प्रदेश कांग्रेस प्रमुख की तरफ से महाभारत को लेकर की गई विवादित टिप्पणी को लेकर भी बयानबाजी का दौर जारी है।
सीएम सरमा ने गुरुवार को युवाओं को 'लक्ष्मण रेखा पार नहीं करने' की सलाह दी। उन्होंने कहा कि लव और जिहाद एक साथ नहीं चलते हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि अलग-अलग धर्मों में हुई शादी में जब एक पार्टनर को धर्म बदलने के लिए मजबूर किया जाता है, तो परेशानियां शुरू हो जाती है और यहीं से 'लव जिहाद' जगह ले लेता है। भाजपा नेता ने बुधवार को भी गोलाघाट में हुए तिहरे हत्याकांड को 'लव जिहाद' का नतीजा बताया था। उन्होंने कहा था, 'यह पूरा मामला लव जिहाद का है। मृतक परिवार हिंदू था और आरोपी मुस्लिम समुदाय से आता था। उसने पहले फेसबुक पर खुद का हिंदू नाम से परिचय कराया…।'
महाभारत पर टिप्पणी
कांग्रेस प्रदेश प्रमुख भूपेन बोरा ने कहा था, 'जब भगवान कृष्ण रुक्मणी से शादी करना चाहते थे, तब अर्जुन महिला का रूप रखकर आ गए थे। महाराभारत में भी लव जिहाद है।' इस पर सीएम सरमा ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है और बयान को सनातन और हिंदू धर्म के खिलाफ बताया है। उन्होंने कांग्रेस से साफतौर पर कह दिया है कि भगवान की तुलना आपराधिक गतिविधि से करना स्वीकार नहीं किया जाएगा।
क्या था मामला
सोमवार को 25 साल के नजीबुर रहमान बोरा ने 24 वर्षीय संघमित्रा घोष और उसके माता-पिता की हत्या कर दी थी। इतना ही नहीं वह 9 महीने के बच्चे को गोद में लेकर पुलिस के सामने सरेंडर करने भी पहुंच गया था। पुलिस का कहना है कि नजीबुर मैकेनिकल इंजीनयर था और साल 2020 में उसकी संघमित्रा से दोस्ती फेसबुक पर हुई थी। लॉकडाउन में हुई यह दोस्ती प्यार में बदल गई और दोनों कोलकाता भाग गए। उस दौरान संघमित्रा के माता-पिता बेटी को घर ले आए थे, लेकिन उसने नजीबुर से कोलकाता कोर्ट में पहले ही शादी कर ली थी। इस साल मार्च में ही संघमित्रा अपने माता-पिता के घर लौट आई थी और नजीबुर पर यातना देने के आरोप लगाए थे। नजीबुर के खिलाफ केस दर्ज और उसे गिरफ्तार कर लिया गया। हालांकि, 28 दिनों में ही उसे जमानत मिल गई। बाहर आते ही उसने बच्चे से मिलने की कोशिश की, लेकिन परिवार ने मिलने नहीं दिया। सोमवार की दोपहर दोनों पक्षों में तनाव बढ़ा और नजीबुर ने पत्नी और उसके माता-पिता की हत्या कर दी। इसके बाद वह 9 महीने के बच्चे को लेक फरार हो गया।