काश, एक खुशगवार जिंदगी जीने के लिए सिर्फ प्यार काफी होता: टीना दत्ता
मुंबई
सोनी एंटरटेनमेंट टेलीविजन का शो ‘हम रहें ना रहे हम’ दो ऐसी दुनिया सामने लाता है, जो एक दूसरे से बिल्कुल अलग हैं। इसमें एक तरफ शाही बारोट खानदान है और दूसरी तरफ है तीन औरतों और एक बच्ची की मिडिल क्लास फैमिली यानी अहलूवालिया परिवार।
सुरीली का रोल निभा रहीं टीना दत्ता बताती हैं कि नई सोच रखने वाली एक जोशीली लड़की किस तरह शाही तौर-तरीकों में फिट होती है और साथ ही अपने मूल्यों को भी बरकरार रखती है। टीना दत्ता बताती हैं, काश, एक खुशगवार जिंदगी जीने के लिए सिर्फ प्यार काफी होता, लेकिन हम एक परिवार से शादी करते हैं, यह सिर्फ आपके और आपके पार्टनर के बारे में नहीं होता।
सुरीली इस शाही खानदान में खुद को अपनाए जाने की चुनौती अच्छी तरह समझती है। बारोट खानदान के सबसे बड़े बेटे शिवेंद्र (जय भानुशाली) को सुरीली अहलूवालिया (टीना दत्ता) से प्यार हो जाता है और काफी उतार-चढ़ाव के बाद दोनों को यह एहसास होता है कि वे एक दूसरे से जुदा नहीं रह सकते। शिवेंद्र अपनी मां दमयंती (किट्टू गिडवानी) की मंजूरी के बिना सुरीली को अपनी दुल्हन बनाकर रनकगढ़ ले आता है। यह देखकर बारोट मेंशन में हलचल मच जाती है, जहां सुरीली के आने से चारों तरफ बदलाव की हवा चलने लगती है।