HuT : भोजपुर इलाके और अचारपुरा में पहाड़ी के फार्म हाउस पर ATS की दबिश
भोपाल
देश में आतंक की साजिश रचने वाले कट्टरपंथी इस्लामिक संगठन हिज्ब-उत- तहरीर (एचयूटी) भोपाल के पास स्थित बड़े धार्मिक और ऐतिहासिक स्थल के आसपास ट्रैनिंग करता था। यहां पर इसके सदस्य पिछले कई सालों से कैंप लगा रहे थे। इन कैंप में बकायदा हथियारों के साथ जाते थे। एटीएस ने अचारपुरा और भोजपुर के पास स्थित तीन ट्रैनिंग कैंप पर दबिश दी है। अचारपुरा ट्रैनिंग कैंप के पास एक आलीशान फार्म हाउस भी मिला है। इसके मालिक से भी पूछताछ की जा रही है।
एटीएस को इन आतंकियों से पूछताछ में पता चला है कि वे अचारपुरा और भोजपुर के पास उन्होंने अपना ट्रैनिंग कैंप बनाया था। इनके भोपाल और रायसेन में तीन कैंप थे। अचारपुरा की पड़ाडी पर एक फार्म हाउस बना हुआ है, जिसे भी वे कभी-कभी उपयोग में लाते थे। अचारपुरा वहीं जगह हैं जहां पर कुछ साल पहले सिमी आंतकियों को एनकाउंटर हुआ था। यह भोपाल के पास का औद्योगिक क्षेत्र भी है। वहीं भोजपुर के पास स्थित नीमखेड़ा गांव की वीरान जगह पर भी यह कैंप लगाते थे। गौरतलब है कि भोपाल में एचयूटी के दस सदस्यों को पकड़ा था। ये सभी भोपाल और रायसेन के इन तीनों जगह पर कैंप लगाते थे। यहां पर इन्होंने एयरगन और अन्य हथियार चलाने की ट्रैनिंग ली है।
आज किया पेश
इधर आज इन सभी को जिला अदालत में पेश किया । एटीएस ने इस मामले में 16 लोगों को गिरफ्तार किया है। इन सभी का पुलिस रिमांड आज समाप्त हो रहा है। इन्हें पेश करने के साथ ही एटीएस फिर से इन्हें रिमांड पर लेने के लिए कोर्ट में आवेदन किया ।
सलीम के पिता का दावा संघ की शाखा में जाता था सौरभ
हैदराबाद से पकड़ाया मोहम्मद सलीम मूलत बैरसिया का रहने वाला सौरभ राजवैद्य है। उसके पिता अशोक राजवैद्य ने बताया कि जब उनका बेटा 12वीं क्लास में था तब उसकी अलमारी में उन्होंने संघ का खाखी रंग का नेकर और सफेद शर्ट रखी हुई देखी थी। इस पर उन्होंने अपने बेटे से पूछा था कि क्या वह संघ में शाखा में जाता है। इस पर सौरभ ने उन्हें बताया था कि हां वह संघ की शाखा में जाता है। इसके बाद जब वह आगे की पढ़ाई करने लगा तो उसका शाखा में जाना छूट गया। बाद में नौकरी के दौरान यह डॉ. कमाल के संपर्क में आया। राजवैद्य का आरोप है कि उनके बेटे पर दबाव बनाकर उसे धर्म परिवर्तन के लिए मजबूर किया गया।