मेरठ में नहीं थम रहा बवाल, हिंदूवादी नेता ने AIMIM अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी का पुतला फूंका
मेरठ
मेरठ में एआईएमआईएम के राष्ट्रीय अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी का कमिश्नरी पर शनिवार को पुतला फूंकने वाले हिंदूवादी नेता सचिन सिरोही को कुछ घंटे बाद ही पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। न्यायालय में पेश किया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया। हालांकि पुलिस अधिकारियों ने सचिन सिरोही की गिरफ्तारी की वजह परीक्षितगढ़ थाने में उनके खिलाफ दर्ज एक मुकदमा बताया है। एआईएमआईएम के पार्षदों पर वंदे मातरम के अपमान का आरोप लगाते हुए शनिवार दोपहर हिंदूवादी नेता सचिन सिरोही ने समर्थकों कपिल शर्मा, संजय जाटव, आयुष त्यागी, आदित्य सक्सेना आदि के साथ कमिश्नरी पर प्रदर्शन किया।
बता दें कि उन्होंने पूरे प्रकरण के लिए एआईएमआईएम के राष्ट्रीय अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी को जिम्मेदार ठहराते हुए पुतले को आग के हवाले कर दिया। सचिन सिरोही का कहना था कि भगत सिंह मार्केट में हिंदू युवक के साथ हुई मारपीट मामले से लेकर महापौर व सभासदों के शपथ ग्रहण समारोह में हुए वंदे मातरम मामले की जांच कराएं तो असदुद्दीन ओवैसी की भूमिका संदिग्ध सामने आएगी। उन्होंने पुलिस प्रशासन पर भी एकपक्षीय कार्यवाही का आरोप लगाया। प्रदर्शन के कुछ देर बाद ही पुलिस सचिन सिरोही के मानसरोवर स्थित मकान पर पहुंची और उन्हें हिरासत में लेकर परीक्षितगढ़ पुलिस को सौंप दिया। शाम को सचिन सिरोही को न्यायालय में पेश किया, यहां उनके अधिवक्ता अजय गर्ग ने रिमांड पर बहस की और अंतरिम जमानत के लिए अर्जी डाली, जिसे न्यायालय ने खारिज कर दिया।
घर से ले गई पुलिस
हिंदू जागरण मंच के पूर्व महानगर अध्यक्ष सचिन सिरोही के घर दोपहर करीब दो बजे पुलिस पहुंची। दरवाजा खटखटाया तो पत्नी वर्षा ने बात की। साकेत चौकी इंचार्ज कुमार पवन ने कहा, सचिन सिरोही को सीओ साहब ने बात करने के लिए बुलाया है। तभी सचिन सिरोही आ गए। सचिन से बहस भी हुई लेकिन पुलिसकर्मियों ने यह कहकर गाड़ी में बैठा लिया कि आपको कौन नहीं जानता।
एसपी क्राइम, अनित कुमार ने कहा कि दीपक त्यागी हत्याकांड में सचिन सिरोही ने अपने 50-60 कार्यकर्ताओं के साथ जाम लगाया था। परीक्षितगढ़ थाने में मुकदमा दर्ज किया गया। उसी मुकदमे में गिरफ्तार किया है।