हिंदू पक्ष का दावा- तहखाने में मिली खंडित मूर्तियां और त्रिशूल, दीवार पर स्वास्तिक का निशान
वाराणसी
वाराणसी के ज्ञानवापी परिसर में एएसआई सर्वे का काम रविवार को तीसरे दिन भी जारी है। टीम वजूखाने को छोड़कर हर जगह से जानकारी इकट्ठा कर रही। इसके तहत शुक्रवार को तहखाने को भी खोला गया, जिसको लेकर हिंदू पक्ष ने नया दावा किया है। ज्ञानवापी केस में हिंदू पक्ष की याचिकाकर्ता सीता साहू के मुताबिक शनिवार को एएसआई की टीम जब तहखाने में पहुंची, तो उनको वहां पर कुछ खंडित मूर्तियां मिली हैं। इसके अलावा वहां पर त्रिशूल और टूटे हुए खंभे मिले। माना जा रहा कि वो खंभे मंदिर के हैं।
वहीं जो मूर्ति मिली है, वो चार फीट की है। वो आधी मनुष्य और आधी पशु की मूर्ति है। इसे नरसिंह अवतार की मूर्ति माना जा रहा। उन्होंने अंदर कुछ कलश मिलने की भी बात कही। उनके इस दावे के बाद से हिंदू पक्ष में उत्साह है। हालांकि एएसआई की टीम सर्वे रिपोर्ट को पूरी तरह से गुप्त रखने का काम कर रही है।
महाराणा सांगा अपनी वीरता और बलिदान के लिए क्यों जाने जाते हैं एक अन्य रिपोर्ट के मुताबिक ज्ञानवापी की दीवारों पर त्रिशूल, स्वास्तिक, घंटी, फूल के निशान मिले हैं। एएसआई की टीम ने उसके फोटो-वीडियो लिए हैं। अब डिटेल मेथड के जरिए वहां पर सर्वे हो रहा है। तहखाना खोलने को तैयार नहीं था मुस्लिम पक्ष शनिवार को एएसआई टीम ने तहखाना खोलने की बात कही, लेकिन मुस्लिम पक्ष ने उससे इनकार कर दिया। जिस पर हिंदू पक्ष ने आपत्ति जताई। मामले में विवाद बढ़ता, उससे पहले प्रशासनिक अधिकारी वहां पर पहुंचे और मुस्लिम पक्ष को समझाया। जिसके बाद उन्होंने उसकी चाबी दी।