हर्ष फायरिंग गैरकानूनी, तो पुलिस हेडक्वार्टर में कैसे हुआ खेल; हाई प्रफाईल पार्टी में तड़तड़ाईं गोलियां
पटना
बिहार में हर्ष फायरिंग गैरकानूनी है जिस पर पुलिस की कड़ी नजर है। पिछले दिनों एडीजी पुलिस हेडक्वार्टर ने सभी जिलों के एसपी को हर्ष फायरिंग को लेकर कड़ा निर्देश दिया था। लेकिन इसका असर तो यही है कि राजधानी पटना में ही पार्टियों में फायरिंग हो रही है। बिहार पुलिस मौके से खोखा बरामद कर चुप है। कार्रवाई के नाम पर खानापूर्ति से हर्ष फायरिंग की घटनाएं रुक नहीं रहीं हैं।
राजधानी पटना में दोस्त की शादी की सालगिरह की हाई प्रोफाइल पार्टी के बाद युवक ने पिस्टल से चार राउंड गोलियां चलायीं। इसके बाद वह लग्जरी कार में फरार हो गया। मामला 21 जून को गांधी मैदान स्थित होटल मौर्य के बॉलीवुड ट्रीट्स रेस्टोरेंट के सामने हुई। रेस्टोरेंट के मैनेजर राकेश कुमार की सूचना पर पहुंची गांधी मैदान थाने की पुलिस ने छानबीन शुरू की। रेस्टोरेंट के बाहर से पुलिस को 7.65 बोर के चार खोखे मिले हैं।
गाड़ी का नंबर लगा हाथ आरोप है कि फायरिंग करने के बाद पाटलिपुत्र का रहने वाला सौरभ कश्यप अपनी लग्जरी गाड़ी में सवार होकर निकल गया। पुलिस के हाथ युवक की गाड़ी का नंबर लगा है। कयास है कि लग्जरी गाड़ी से जाने वाला युवक किसी बड़े घराने का है। गाड़ी के नंबर के आधार पर पुलिस आरोपित तक पहुंचने की कोशिश कर रही है। इस बाबत गांधी मैदान थानेदार अरुण कुमार ने खुद के बयान पर केस दर्ज किया है। बकौल थानेदार आरोपित के बारे में पता लगाया जा रहा है।
रात के 11 बजकर 55 मिनट पर चलायीं गोलियां गांधी मैदान थाने में दर्ज एफआईआर के मुताबिक सौरभ ने 21 जून को दोस्ती की शादी की सालगिरह पर 15 लोगों की बुकिंग करायी थी। पार्टी खत्म होने के बाद उसमें शामिल सभी लोग रेस्टोरेंट के बाहर निकले। इतने में सौरभ ने रात 11 बजकर 55 मिनट पर पिस्टल निकाली और हवाई फायरिंग करनी शुरू कर दी। फिर वह काले रंग की गाड़ी पर सवार होकर निकल गया। रेस्टोरेंट के गेट पर फायरिंग करता देख गार्ड ने वहां के मैनेजर को बताया। मैनेजर तुरंत गांधी मैदान थाने की पुलिस को सूचना दी।
हथियार लाइसेंसी या अवैध, होगी जांच
दोस्त की सालगिरह में जिस हथियार से फायरिंग की गयी वह लाइसेंसी है या अवैध इसकी जांच पुलिस करेगी। आरोपित के पकड़े जाने के बाद यह पता चलेगा। अगर हथियार लाइसेंसी हुआ तो पुलिस उसे जब्त कर लेगी। इसके बाद लाइसेंस को रद्द करने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
गाड़ी का रजिस्ट्रेशन नंबर और आरोपित का मोबाइल नंबर होने के बावजूद अब तक आरोपित पुलिस की पकड़ से दूर है। गोली चलाने वाले युवक के पकड़े जाने के बाद ही यह पता चलेगा कि वह कौन है ?