सरकारी स्कूल के गेट पर ‘आई लव मनीष सिसोदिया’ का बैनर टांगना पड़ा महंगा, दिल्ली पुलिस ने दर्ज की FIR
नई दिल्ली
दिल्ली पुलिस ने शनिवार को उत्तर-पूर्वी दिल्ली के शास्त्री पार्क इलाके में स्थित दिल्ली सरकार के एक स्कूल के गेट पर 'आई लव मनीष सिसोदिया' (I Love Manish Sisodia) का बैनर लगाए जाने के मामले में एफआईआर दर्ज की है। स्थानीय निवासियों ने शुक्रवार सुबह बैनर लगाए जाने का विरोध किया, जिसके बाद उन्होंने पुलिस में इसकी शिकायत दर्ज कराई। शिकायत स्थानीय निवासी दिवाकर पांडेय ने की थी, जिसके लिए दिल्ली पुलिस ने शास्त्री पार्क थाने में दिल्ली संपत्ति विरूपण अधिनियम की धारा 3 के तहत मामला दर्ज किया है।
प्रिंसिपल को हटाने की मांग
आरोप है कि स्कूल प्रबंधन समिति (एसएमसी) की कॉर्डिनेटर गजाला ने स्कूल की प्रिंसिपल के साथ मिलकर स्कूल के गेट पर बैनर लगवा दिया। एफआईआर में एसएमसी कॉर्डिनेटर गजाला और प्रिंसिपल गीता रानी पर अभियान चलाने और इस उद्देश्य के लिए स्कूल का उपयोग करने का आरोप लगाया गया है। शिकायतकर्ताओं ने आरोपी के खिलाफ तत्काल प्रभाव से पुलिस कार्रवाई की मांग की है और स्कूल की प्रिंसिपल को हटाने की मांग की है।
एफआईआर के अनुसार, शुक्रवार सुबह एसएमसी कॉर्डिनेटर गजाला ने शास्त्री पार्क में सर्वोदय कन्या विद्यालय के प्रिंसिपल के साथ मिलकर स्कूल के मेन गेट पर कुछ मेज की व्यवस्था करने के लिए छात्राओं से कहा और गेट पर सिसोदिया का एक बड़ा पोस्टर चिपका दिया। पुलिस ने कहा कि गजाला के खिलाफ दिल्ली सार्वजनिक संपत्ति विरूपण अधिनियम की धारा 3 के तहत मामला दर्ज किया गया है। एफआईआर में कहा गया है कि प्रिंसिपल स्कूल के प्रभारी हैं और उन्होंने मेज मुहैया कराई।
शिकायतकर्ता दिवाकर पांडेय ने कहा, ''3 मार्च को सुबह 8:30 बजे के करीब आम आदमी पार्टी (आप) के कुछ कार्यकर्ता शास्त्री पार्क में सरकारी स्कूल के गेट के ऊपर एक बैनर लगा रहे थे। सबसे पहले, उन्होंने स्कूल से एक डेस्क निकाली और उसे बाहर लाकर उस पर चढ़ गए और गेट पर 'आई लव मनीष सिसोदिया' का पोस्टर लगाने लगे, जिस पर लोगों ने आपत्ति जताई और कहा कि यह शिक्षा का मंदिर है, इसे राजनीति दूर रखो।"
पांडेय ने कहा, "हमने उनसे पूछा भी कि क्या उनके पास अनुमति है। उन्होंने विधायक अब्दुल रहमान से संबंधित होने का दावा किया। इसके बाद एक व्यक्ति ने विधायक से संपर्क किया और उनसे पूछा कि क्या उन्होंने अनुमति दी है और विधायक ने हां में जवाब दिया। हम जानते हैं कि विधायक झूठ बोल रहे हैं। इसलिए किसी राजनीतिक लाभ के लिए किसी स्कूल का इस्तेमाल करने की अनुमति कभी नहीं दी जाती है।"
विरोध के बाद हटाया गया बैनर
शिकायतकर्ता ने बताया कि लोगों के विरोध करने पर बैनर हटा दिया गया। उन्होंने कहा, "समस्या यह है कि बच्चों से 'आई लव मनीष सिसोदिया' लिखवाया गया। हमारी संस्कृति इन सब चीजों की इजाजत नहीं देती है।" उन्होंने कहा, "वे बच्चों का ब्रेनवॉश करने की कोशिश कर रहे हैं। हमने प्रिंसिपल से पूछा, लेकिन वह मामले की गंभीरता को पहचानने में विफल रहे, जिसके बाद मैंने शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने संज्ञान लेते हुए मामला दर्ज किया है और आश्वासन दिया है कि दोषियों को दंडित किया जाएगा।"
गौरतलब है कि शिक्षा सहित दिल्ली सरकार में 18 विभागों की जिम्मेदारी संभाल रहे सिसोदिया को सीबीआई ने कथित शराब घोटाले के सिलसिले में 26 फरवरी को गिरफ्तार किया था। इस शराब नीति को बाद में रद्द कर दिया गया था। गिरफ्तारी के बाद सिसोदिया ने बीते मंगलवार को मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे दिया था।