टैलेंट के दम पर पाया मुकाम, फिर स्टारडम का चढ़ गया भूत, हाथ से निकल गई क्लासिक फिल्म
मुंबई
भोजपुरी सुपरस्टार और बॉलीवुड एक्टर रवि किशन ने अपने करियर में कई उतार चढ़ाव देखे। कई साल कड़ी मेहनत के बाद रवि किशन ने शोहरत का खास मुकाम हासिल कर लिया। उत्तर प्रदेश के जौनपुर जिले से ताल्लुक रखने वाले रवि किशन का 17 जुलाई 1969 को मुंबई में जन्म हुआ था। रवि किशन जब 10 साल के थे तो उनका परिवार उत्तर प्रदेश लौट आया।
रवि किशन बचपन से ही एक्टर बनने का सपना पाल रहे थे। आईएमडीबी के मुताबिक रवि किशन महज 17 साल की उम्र में महज 500 रुपये लेकर मुंबई आ गए थे। एक्टिंग के साथ रवि किशन अब राजनेता बन गए हैं और सत्ताधारी पार्टी से सांसद हैं। रवि किशन ने एक्टिंग के गुण सीखे और अपने दम पर फिल्मों में अपनी जगह बनाई। साल 1992 में रवि किशन ने अपने करियर की पहली हिंदी फिल्म ‘पीतंबर’ की। इसके बाद से लगातार फिल्मों में काम करने के बाद रवि किशन स्टार बन गए। 2010 का दशक शुरू होते ही रवि किशन पर भी स्टार्डम का ऐसा भूत चढ़ा कि उनका दिमाग आसमान छूने लगा।
रवि किशन अपने करियर के पीक पर स्टारडम का शिकार हो गए थे। इसके चलते रवि किशन को गैंग्स आफ वासेपुर जैसी क्लासिक फिल्म से हाथ धोना पड़ा था। रवि किशन अपनी जिंदगी को लेकर काफी बेवाकी से बात करते रहे हैं। हाल ही में रवि किशन ने इंडिया टीवी को दिए इंटरव्यू में एक अनोखा खुलासा किया था। जिसमें रवि किशन ने बताया कि वे रोजाना कई लीटर दूध में नहाया करते थे। इसके बाद गुलाब की पंखुड़ियों पर सोया करते थे। इसी चक्कर में उनके हाथ से अनुराग कश्यप की फिल्म गैंग्स आॅफ वासेपुर छूट गई थी।