बकरी का दूध है सफेद अमृत, 5 बीमारी की है रामबाण दवा
साल 2001 से दुनियाभर में 1 जून 2023 को वर्ल्ड मिल्क डे मनाया जाता है। यह दिन डेयरी इंडस्ट्री और दूध के महत्व के बारे में बताने के लिए सेलिब्रेट किया जाता है। भारत में सबसे ज्यादा भैंस और गाय का दूध पीया जाता है।
भैंस और गाय का दूध कैल्शियम, प्रोटीन, विटामिन डी आदि जरूरी पोषण देता है। लेकिन अगर हम कहें कि बकरी का दूध पोषण के मामले में गाय-भैंस के दूध से ज्यादा ताकतवर है तो शायद आप नहीं मानेंगे। लेकिन अमेरिका के सरकारी फूड डाटा सेंट्रल भी बकरी के दूध में कैल्शियम-प्रोटीन को ज्यादा बताता है।
बकरी के दूध में है ज्यादा प्रोटीन-कैल्शियम
फूड डाटा सेंट्रल के नतीजों की बात करें तो गाय-भैंस के 100 मिली. दूध में 3.28 ग्राम प्रोटीन और 123 एमजी कैल्शियम होता है। लेकिन बकरी के दूध की इतनी ही मात्रा में फूड डाटा सेंट्रल 3.33 ग्राम प्रोटीन और 125 एमजी कैल्शियम बताता है।
इन 5 बीमारी में काम आता है बकरी का दूध
– आस्टियोपोरोसिस
– बार-बार इंफेक्शन होना
– हाथ-पैर सुन्न होना
– कमजोरी-दुबलापन
– डेंगू का बुखार?
मिलता है भरपूर विटामिन ए
प्रोटीन और कैल्शियम के अलावा बकरी के दूध में विटामिन ए भी होता है। यूएसडीए के अनुसार, बकरी के 100 एमएल दूध से 125 आईयू विटामिन ए मिलता है। जो कि आपकी आंखों, इम्यून सिस्टम और शारीरिक विकास के लिए काफी महत्वपूर्ण है। बकरी के दूध में विटामिन डी भी होता है। जो कि हड्डियों के साथ इम्यून सिस्टम और मेंटल हेल्थ के लिए काफी जरूरी है। 100 एमएल मात्रा में 42 आईयू विटामिन डी मिल जाता है, जो कि भैंस-गाय के दूध के बराबर ही होता है। मैक्रो न्यूट्रिएंट्स की बात करें तो बकरी का दूध कई चीजों में भैंस-गाय के दूध पर भारी पड़ता है। लेकिन गाय-भैंस के दूध में कई सारे अन्य पोषक तत्व भी होते हैं, जो इसमें गायब होते हैं।