रायपुर
केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह के द्वारा कका को खा खा कहने पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि प्रदेश की जनता मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को सम्मान से, प्यार से कका पुकारती है और छत्तीसगढ़ की संस्कृति में कका का जो रिश्ता होता है अटूट होता है प्यार, विश्वास, स्नेह, दोस्त और पालक का रिश्ता होता है।
गिरिराज सिंह ने कका नहीं छत्तीसगढ़ का माखौल उड़ाया है। भाजपा लगातार छत्तीसगढ़ संस्कृति का अपमान कर रही। नितिन नवीन ने छत्तीसगढ़ महतारी का अपमान किया था, गिरिराज ने छत्तीसगढ़ की संस्कृति का। केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह को कका शब्द का मतलब नहीं मालूम है उन्होंने कका को खा खा कह कर छत्तीसगढियों के द्वारा दी गई सम्मान का उपहास उड़ाया है। प्रदेश के 2 करोड़ 80 लाख जनता का अपमान किया है। भाजपा को गिरिराज सिंह के इस हरकत के लिए माफी मांगनी चाहिए।
ठाकुर ने भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव से पूछा क्या भाजपा के केंद्रीय नेताओ को छत्तीसगढियों का अपमान करने बुलाते है? आखिर भाजपा को छत्तीसगढियों से इतनी नफरत क्यो है? जब भाजपा के केंद्रीय नेता छत्तीसगढियों को अपमानित करते है तो अरुण साव को पीड़ा क्यों नही होती? यह पहला अवसर नहीं है इसके पहले भी भाजपा के प्रदेश प्रभारी डी पुरंदेश्वरी ने छत्तीसगढियों की चुनी सरकार को थूक कर बहा देने की बात कह कर छत्तीसगढ़ का अपमान की थी, नितिन नवीन ने छत्तीसगढ़ महतारी की मूर्ति लगाने पर अपमानित जनक टिपण्णी किया था, पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की तुलना करने आवांछित टिप्पणी किया था और अब गिरिराज सिंह ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के खिलाफ अपमानित टिप्पणी करके छत्तीसगढ़ के मान सम्मान अभियान को चोट पहुंचाने का काम किया है। आखिर भाजपा के नेताओं को छत्तीसगढ़िया से इतनी घृणा और नफरत क्यों है? छत्तीसगढियों को इतने तिरस्कार के भाव से क्यों देखते हैं? क्या छत्तीसगढियों को अपने संस्कृति, कला, परंपरा, तीज त्योहार, खानपान, रहन-सहन के अनुसार रहने का अधिकार नहीं है जो भाजपा के केंद्र के बड़े नेता आते हैं छत्तीसगढियों का अपमान करते हैं।
उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सरकार की जन कल्याणकारी कामों के आगे भाजपा के पास मुद्दा नहीं है। भाजपा जनाधार खो चुकी है इसलिए भाजपा के नेता छत्तीसगढ़ आकर छत्तीसगढ़िया को गाली देते हैं, अपमानित करते हैं।