कांस्टेबल व रेलवे टीसी की नौकरी दिलाने के नाम पर 15.97 लाख रुपये की धोखाधड़ी
बेटमा
पुलिस कांस्टेबल व रेलवे में टीसी के पद पर नौकरी दिलवाने के नाम पर एक व्यक्ति से करीब 16 लाख रूपये की ठगी का मामला सामने आया है। ठगी करने वालों ने फर्जी नियुक्ति पत्र व फर्जी ट्रेनी आईडी कार्ड बनाकर तीन-चार महीने तक पीड़ित को ट्रेनिंग भी करवाई। मामले में पुलिस ने एक महिला सहित दो आरोपितों के खिलाफ विभिन्न धाराओं में प्रकरण दर्ज किया है।
यह है पूरा मामला
फरियादी अनिल पुत्र प्रेमसिंह परमार (22) निवासी नेवरी तहसील हातोद ने बेटमा थाने में शिकायत दर्ज कराई कि दो साल पहले गांव के हरिओम लाखनसिंह ने पुलिस कांस्टेबल पद पर भर्ती होने की बात पूछी थी। इस पर फरियादी ने हा बोला और हरिओम ने नौकरी के लिए उसकी परिचित आरोपित सुमन पुत्री राघव प्रसाद कुशवाह निवासी भोपाल से बात कराई थी। 20 जनवरी 2022 को सुमन कुशवाह फरियादी अनिल के घर पहुंची और पुलिस कांस्टेबल की भर्ती के नाम पर 5 लाख रुपये मांगे।
अनिल ने चार लाख रुपये नकद दे दिए। इसके बाद फरियादी ने पुलिस कांस्टेबल की परीक्षा दी। बाद में सुमन अपने साथ दूसरे आरोपित अभिजीत पुत्र गारिस साहू को लेकर आई और कहा कि कांस्टेबल में चयन नहीं होगा रेलवे में टीसी के पद पर नौकरी लगवा दूंगी। दोनों ने बोला कि टीसी के लिए 16-17 लाख रुपये लगेंगे और 30 प्रतिशत पहले देने को कहा।
इस पर अनिल ने दोनों को 5 लाख 87 हजार 902 रुपये दिए। इसके अलावा सुमन को 3 लाख 70 हजार रुपये इंदौर में नगद दिए। वहां पर सुमन ने फरियादी को उत्तर रेलवे दिल्ली मंडल का आईडी कार्ड भी दिया। साथ ही अभिजीत को विजय नगर के वारिस केफे में 2,40,000 रुपये नगद दिए।
हरियाणा के जाखल स्टेशन पर किया जाइन
इसके बाद फरियादी 17 जून 2022 को हरियाणा जांखल स्टेशन पर जाईन किया और वहां का आईडी कार्ड दिखाया तो पता चला कि आईडी कार्ड और लेटर लेटर असली नहीं है। इस पर उसने कहा कि असली जाइनिंग लेटर बाद में आएगा।
फरियादी को हुआ शक
इस पर फरियादी को शक हुआ। 29 जुलाई 2022 को अभिजीत ने दो पत्र और दिए। जिसमें कलकत्ता हसन सोल रेलवे स्टेशन का जाइनिंग लेटर और आईडीकार्ड भी दिया। जिस पर 17 सितंबर 2022 को कलकत्ता हसन रेलवे स्टेशन पहुंचा तो वहां पर ट्रेनिंग के नाम पर चक्कर कटवाए।
तब धोखाधड़ी का पता चला
इस पर अनिल को पता चला कि उसके साथ धोखाधड़ी हुई है। फरियादी ने फिर से अभिजीत को फोन लगाया तो फोन बंद आया। इस पर फरियादी घर लौट गया और सुमन को फोन लगाकर रुपये मांगे। इस पर सुमन रेलवे में नौकरी लगाने की बात करती रही। बाद में दो-तीन बार सुमन से मिला और रुपये मांगे तो अभिजीत से दिलाने की बात कही। पर रुपये नहीं दिए। इस तरह दोनों ने नौकरी के नाम पर कुल 15 लाख 97 हजार 902 रूपये की धोखाधड़ी की। पुलिस ने दोनों के खिलाफ धारा 420,467,468,471,34 में प्रकरण दर्ज किया है।