पूर्व SDM निशा बांगरे कमल नाथ से मिलने पहुंची, बोलीं- वे मेरे इस्तीफे का कर रहे थे इंतजार
भोपाल
मध्य प्रदेश में इस साल नवंबर में विधानसभा चुनाव होने हैं। चुनावों से पहले सभी पार्टियों ने अपने-अपने उम्मीदवारों को मैदान में उतार दिया है। वहीं, इस बीच पूर्व एसडीएम निशा बांगरे छिंदवाड़ा में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमल नाथ के आवास पर पहुंचीं हैं।
बता दें कि पूर्व डिप्टी कलेक्टर निशा बांगरे ने कुछ दिन पहले अपने SDM पद से इस्तीफा दे दिया था। राज्य शासन द्वारा उनका इस्तीफा मंजूर किए जाने के बाद मंगलवार देर रात उन्होंने भी चुनाव लड़ने का ऐलान किया था।
उन्होंने कहा कि मुझसे कहा गया कि वे मेरे इस्तीफे का इंतजार करेंगे। अब जब मैंने इस्तीफा दे दिया है तो मैं यहां कमल नाथ जी से बात करने आई हूं कि वह क्या चाहते हैं। मैं शाम को उनसे मिली और उन्होंने मुझसे कहा कि उन्हें दिल्ली और भोपाल में लोगों से बात करनी होगी। तो मैं एक बार फिर यहां आई हूं। उम्मीद पर तो दुनिया कायम है…
कांग्रेस आमला सीट से बदल सकती है प्रत्याशी
बता दें कि निशा बांगरे बैतूल की आमला सीट से कांग्रेस के टिकट पर विधानसभा चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही थीं। लेकिन राज्य शासन द्वारा उनके त्यागपत्र पर फैसले में देरी होने के कारण कांग्रेस पार्टी ने मनोज मालवे को प्रत्याशी घोषित कर दिया। वहीं, अब संभावना जताई जा रही है कि कांग्रेस आमला सीट पर अपना प्रत्याशी बदल सकती है।
अमला सीट से चुनाव लड़ना चाहती है निशा बांगरे
खबरों की मानें तो पूर्व पीसीएस अफसर निशा बांगरे ने कांग्रेस की ओर से अमला सीट पर चुनाव लड़ने के लिए डिप्टी कलेक्टर के पद से इस्तीफा दिया है. गौर हो कि कांग्रेस ने उनकी चुनी हुई सीट पर दूसरे प्रत्याशी के नाम का एलान कर दिया. ऐसे में निशा बांगरे को लेकर अब कांग्रेस क्या करेगी, ये देखने वाली बात है. निर्दलीय या किसी और पार्टी से चुनाव लड़ने के संबंध में जब उनसे सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि वह जनता की सेवा करने के लिए आई हैं, जनता जैसा कहेगी, वह वैसे करेंगी.
कांग्रेस की ओर से ये उम्मीदवार बदले गये
कांग्रेस ने सुमावली, पिपरिया, बड़नगर और जावरा विधानसभा सीटों से अपने पूर्व घोषित उम्मीदवारों को बदल दिया. बड़नगर से कांग्रेस ने अब मुरली मोरवाल को मैदान में उतारा है जिनके समर्थकों ने भोपाल में पार्टी के प्रदेश प्रमुख कमलनाथ के बंगले के सामने आक्रामक विरोध प्रदर्शन किया था और टायर जलाए थे. इससे पहले कांग्रेस ने इस सीट से राजेंद्र सिंह सोलंकी को टिकट दिया था. नर्मदापुरम जिले के पिपरिया (एससी) में कांग्रेस ने गुरु चरण खरे की जगह वीरेंद्र बेलवंशी को टिकट दिया है. मुरैना जिले की सुमावली सीट से पार्टी ने पहले से घोषित कुलदीप सिकरवार की जगह अब अपने मौजूदा विधायक अजब सिंह कुशवाह को मैदान में उतारा है.
2020 में कमलनाथ सरकार के पतन के बाद उपचुनाव के दौरान कुशवाह कांग्रेस के टिकट पर विजयी हुए थे. इस बार कांग्रेस से टिकट नहीं मिलने के बाद, कुशवाह ने अपने समर्थकों के साथ एक विरोध रैली निकाली थी. कांग्रेस ने रतलाम जिले की जावरा सीट से भी अपना उम्मीदवार बदल दिया है, जहां पहले हिम्मत श्रीमाल को उम्मीदवार बनाया गया था. अब उसने इस सीट से वीरेंद्र सिंह सोलंकी को उम्मीदवार बनाया है. सोलंकी समर्थकों ने श्रीमाल की उम्मीदवारी का विरोध किया था.
नामांकन दाखिल करने की आखिरी तारीख 30 अक्टूबर
उल्लेखनीय है कि कांग्रेस ने पहले ही मध्य प्रदेश की सभी 230 सीटों के लिए उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है, जबकि सत्तारूढ़ बीजेपी ने 228 निर्वाचन क्षेत्रों के लिए अपने उम्मीदवारों के नाम घोषित कर दिए हैं. नामांकन दाखिल करने की आखिरी तारीख 30 अक्टूबर है. 230 सदस्यीय मध्य प्रदेश विधानसभा के लिए मतदान 17 नवंबर को होगा और वोटों की गिनती तीन दिसंबर को होगी.