मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्य सचिव राकेश साहनी का निधन, मुख्यमंत्री चौहान ने कहा पूर्व मुख्य सचिव साहनी का निधन मेरी व्यक्तिगत क्षति
भोपाल
मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्य सचिव राकेश साहनी का बुधवार को निधन हो गया। 1972 बैच के आइएएस अधिकारी राकेश साहनी ने दिल्ली में अंतिम सांस ली। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने उनके निधन पर शोक जताया है। साहनी लंबे समय से अस्वस्थ थे। उनका दिल्ली में उपचार चल रहा था।
उल्लेखनीय है कि साहनी अपने कार्यकाल के दौरान राज्य के अनेक जिलों में कलेक्टर और कमिश्नर के रूप में पदस्थ रहे। उन्होंने मंत्रालय में भी अपने दायित्वों का निर्वहन किया। शिवराज सिंह चौहान ने सेवानिवृत्ति के बाद उन्हें विद्युत नियामक आयोग का अध्यक्ष बनाया था। इसके बाद उन्हें नर्मदा घाटी विकास प्राधिकरण के चेयरमैन का दायित्व भी सौंपा गया।
साहनी के निधन पर ट्वीट करते हुए सीएम शिवराज ने लिखा कि राकेश साहनी जी अत्यंत कुशल, अनुभवी और अत्यंत परिश्रमी प्रशासक थे, जिन्होंने प्रदेश के प्रशासनिक फलक पर अपनी अमिट छाप छोड़ी है।2006 से 2010 तक वह प्रदेश के मुख्य सचिव रहे। तत्कालीन समसामयिक चुनौतियों से निपटने व प्रदेश के सर्वांगीण विकास में उनका योगदान अविस्मरणीय रहेगा। राकेश साहनी जी की ऊर्जा क्षेत्र में पूरे देश में पहचान थी। शासन तथा प्रशासन के प्रत्येक आयाम में उनकी गहरी पकड़ एवं अध्ययन था। आज वह हमारे बीच नहीं रहे। राकेश जी का निधन मेरी व्यक्तिगत क्षति है। परमपिता परमात्मा उनकी दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान करें। दिवंगत राकेश साहनी जी की सुपुत्री से मेरी फोन पर चर्चा हुई है। बेटी को ढांढस बंधाया। ईश्वर से यही प्रार्थना करता हूं कि बेटी और परिवार को यह गहन दु:ख सहने की शक्ति प्रदान करें।
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा म.प्र. राज्य विद्युत मण्डल एवं विद्युत नियामक आयोग के पूर्व अध्यक्ष तथा प्रदेश के पूर्व मुख्य सचिव श्री राकेश साहनी के निधन पर दुख व्यक्त किया है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि स्व. श्री साहनी कुशल, अनुभवी और अत्यंत परिश्रमी प्रशासक थे। उन्होंने प्रदेश के प्रशासनिक फलक पर अपनी अमिट छाप छोड़ी है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि स्व. श्री साहनी ने ऊर्जा के क्षेत्र में पूरे देश में मध्यप्रदेश की पहचान स्थापित की। मुख्यमंत्री ने कहा कि श्री साहनी का निधन मेरी व्यक्तिगत क्षति है। शासन तथा प्रशासन के प्रत्येक आयाम में उनकी गहरी पकड़ थी। वर्ष 2006 से 2010 तक प्रदेश के मुख्य सचिव रहे श्री साहनी का तत्कालीन समसामयिक चुनौतियों से निपटने और प्रदेश के सर्वांगीण विकास में योगदान अविस्मरणीय रहेगा।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने दिवंगत श्री साहनी की सुपुत्री को फोन कर ढाढस बंधाया। उन्होंने ईश्वर से दिवंगत आत्मा की शांति और शोक संतप्त परिजन को यह गहन दुख सहन करने की शक्ति देने की प्रार्थना की है।