बमौरी के सिमरौद में धनुष थामकर किया लोकनृत्य
गुना
गुना जिले की बमौरी विधानसभा क्षेत्र के दौरे पर पहुंचे केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी आदिवासियों के प्रति अपने लगाव का कुछ खास अंदाज में शुक्रवार की शाम इजहार किया। सिमरौद में आयोजित हुए एक कार्यक्रम के दौरान ज्योतिरादित्य सिंधिया यहां के एक समुदाय से रूबरू हो रहे थे। पाण्डाल में लाउड स्पीकर पर लोकनृत्य सुनाई दे रहा था। तभी सिंधिया को धनुष-बाण थमाए गए। सिंधिया ने कुछ युवाओं के आग्रह पर आदिवासी समुदाय के मशहूर लोकनृत्य पर थिरकना शुरू कर दिया। ऐसा लग रहा था कि सिंधिया को इस नृत्य में शामिल होकर खूब आनंद रहा है।
उनके साथ भाजपा के अन्य नेताओं ने भी थिरकना शुरू कर दिया।
इस अवसर पर कार्यक्रम को संबोधित करते हुए केंद्रीय उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि मेरे आदिवासी समाज के लोगो को मैं नमन करता हूं। मेरे गांव के जंगल, जमीन, पर्यावरण और वनों में रह रहे जानवरों की चिंता अगर किसी ने की है तो मेरे आदिवासी समाज के लोगों ने की है। काली बाई, तात्या भील, भगवान बिरसा मुंडा, राणा भील, रानी दुर्गावती और सैकड़ों आदिवासी समाज ने इस भारत की संस्कृति को बचाया। इस अवसर मौके पर सिंधिया ने कहा कि बमोरी की जनता ने मेरे सिंधिया परिवार इस जिम्मेदारी दी। जिसके बाद मेरी बमोरी में सडक़ों का जाल बिछ गया। गांव गांव तालाब बन गए।
प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री ने हमारे आसिवासी समाज के लिए सेकडो योजना बनाकर उनके उत्थान के लिए हमारी भाजपा सरकार काम कर रही है। सिंधिया ने कहा कि मोदी जी का सपना है हमारे आदिवासी समाज के लोगों को भारत ही नहीं विश्व में उनकी पहचान और मान सम्मान बढ़़ाने का काम कर रहे हैं।
कार्यक्रम में पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री महेंद्र सिंह सिसोदिया, ऊर्जा मंत्री एवं गुना जिले के प्रभारी मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर आदि भी मौजूद थे।