राष्ट्रीय स्तरीय वैधराज महासम्मेलन उत्सव कांकेर छत्तीसगढ़
रायपुर
राष्ट्रीय स्तरीय वैधराज महासम्मेलन एवं लोक कला महोत्सव व प्रतिभा सम्मान समारोह जय शीतला मां आदिवासी मांदरी नृत्य सेवा समिति गीरावाही गोंड़वाना सदन में भव्य कार्यक्रम जिसमे छत्तीसगढ़ी फिल्मों के भीष्मपीतामाह निर्माता निर्देशक मोहन सुंदरानी का छत्तीसगढ़ कला भूषण से सम्मान, आदिवासी खुमरी, स्मृति चिन्ह, सम्मान पत्र, शाल श्रीफल देकर सम्मान किया गया।
कांकेर आयोजित कार्यक्रम में भारी मात्रा मे देश के वैधराज सम्मेल में उपस्थित थे कार्यक्रम अध्यक्ष डॉ. गंभीर सिंह ठाकुर (पूर्व सी.एम.एच.ओ.), कार्यक्रम समनवयक हेमेन्द्र बंटी ठाकुर, कार्यक्रम संयोजन, पद्मश्री डॉ. राधेश्याम बारले, वरिष्ठ कलाकार डॉ. अजय सहाय, सुश्री अमृता बारले, फिल्म निर्माता अमित असरानी, राजुलाल नेताम एवं प्रदेश से आये लोक कला मंडली के सैकड़ो आदिवासी कलाकार उपस्थित थे ।
प्रवता केशव साहू ने बताया गौरतलब यह है कि विगत कई वर्षो से आदिवासी गीत, भित गीत, गोड़ी करमा गीत के अलावा सेटेलाईट फिल्मों की शुटिंग बस्तर में एवं ज्यादातर नसल प्रभावित क्षेत्रो में शुटिंग की है । श्री सुंदरानी जी का मूल उद्देश्य है नसल प्रभावित क्षेत्र में चेतना स्वर संगीत कला संस्कृति का ज्ञान आकर्षित है, इसके अलावा सुंदरानी ने छत्तीसगढ़ी के लगभग सभी पिछड़ी जन जाति समाज पर अनगीनत एलबम, शॉट फिल्में, सेटेलाईट फिल्मों का निर्माण कर प्रदेश ही नही देश विदेश एवं अपने 15 यूट्यूब चैनल के माध्यम से प्रसारण करने में कोई कमी नही की है ।