आई फ्लू: 7 दिन में 10 गुना बढ़ी आई-ड्रॉप्स की बिक्री
भोपाल
मौसम में बदलाव आने से कंजक्टिवाइटिस (आई फ्लू) बीमारी तेजी से फैली है। खासतौर से बच्चे इससे ज्यादा पीड़ित हो रहे हैं। जिससे स्कूलों में बच्चों की उपिस्थति प्रभावित हो रही है। हर दिन स्कूलों में 15 फीसदी तक बच्चे गैर हाजिर हो रहे हैं। वहीं कोरोना काल के बाद एक बार फिर से लोगों की भीड़ मेडिकल स्टोर पर दिखाई देने लगी है।
आइफ्लू यानी वायरल कंजेक्टिवाइटिस के बढ़ते हमले के बीच एंटी वायरल और एंटी बैक्टीरियल आई ड्रॉप्स की खपत पिछले सात दिन में दस गुना हो गई। कई ब्रांडेड कंपनियों की आई ड्रॉप बाजार में शॉर्ट (कमी) हो गई हैं। दवा विक्रेताओं ने खरीद के लिए कंपनियों में आॅर्डर लगा दिए हैं। मानसूनी सीजन में इन दिनों तेज उमस के चलते आइ फ्लू के हालात बन रहे हैं, बाजार में ऐसा काफी समय बाद देखने को मिल रहा है।
15 से 100 रुपए तक में मिलती है ड्रॉप
30 से अधिक कंपनियों के आइ ड्रॉप्स बाजार में दवाओं के थोक कारोबारी ने बताया कि आइ ड्रॉप्स की डिमांड काफी समय बाद इतनी अधिक देखने को मिल रही है। आमतौर पर महीने भर में 300 आई ड्रॉप्स बिकते थे, लेकिन पिछले 7 दिनों में ही इनकी बिक्री 1200 हो चुकी है। शहर में 30 से अधिक छोटी-बड़ी कंपनियों के आई ड्रॉप्स बिकते हैं। ये आइ ड्रॉप्स 15 रुपए से लेकर 100 रुपए की कीमत में बिकते हैं। वहीं जेनरिक में भी 5 कंपनियां आइ ड्रॉप्स बनाती हैं।