राजनीति

ईश्वरप्पा इसलिए चुनाव से भागे क्‍योंकि… कांग्रेस ने वरिष्‍ठ नेता के चुनाव ना लड़ने पर भाजपा पर लगाया ये आरोप

कर्नाटक

कर्नाटक विधानसभा चुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता केएस ईश्वरप्पा ने सोमवार को ऐलान किया कि वो इस बार चुनाव नहीं लड़ेगे। इसके साथ ही उन्‍होंने ऐलान किया कि ये रानजनीतिक चुनाव से वो रिटायरमेंट ले रहे हैं। ईश्वरप्पा के चुनाव ना लड़ने के ऐलान के बाद कांग्रेस ने इस मुद्दें को लेकर भाजपा पर अलग ही आरोप लगाया है।

कांग्रेस ने भाजपा पर लगाया ये आरोप
कर्नाटक कांग्रेस ने आरोप लगाया कि सत्तारूढ़ बीजेपी पार्टी ने वरिष्ठ नेता केएस ईश्वरप्पा को अपमानित किया है, जिसके परिणामस्वरूप वह चुनावी राजनीति से बाहर हो गए हैं। कांग्रेस ने यह भी कहा कि कर्नाटक विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी के विकेट गिर रहे हैं।

टिकट की घोषणा के बजाय भाजपा के गिर रहे विकेट
कर्नाटक कांग्रेस ने ट्वीट में लिखा बीजेपी उम्मीदवारों की सूची के बजाय, भाजपा की ओर से वरिष्ठ नेता बाहर हो रहे हैं। उम्‍मीदवारों के टिकट की घोषणा के बजाय विकेट गिर रहे हैं। ईश्वरप्पा जब मंत्री थे तो मुनाफा कमाकर थक चुके हैं और अब टिकट बंटवारे में भी मुनाफा कमाते थक गए हैं। वह राजनीति से दूर भाग गया क्योंकि वह भाजपा का अपमान सहन नहीं कर सके।

ईश्वरप्पा ने भाजपा अध्यक्ष को लिखा ये पत्र
ईश्वरप्पा ने भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा को पत्र लिखकर ईश्‍वरप्‍पा ने चुनाव ना लड़ने का ऐलान किया है। नड्डा ने कन्नड़ में एक संक्षिप्त पत्र में लिखा पार्टी ने मुझे पिछले 40 वर्षों में बहुत सारी जिम्मेदारियां दी हैं। मैं एक बूथ प्रभारी से लेकर राज्य पार्टी प्रमुख तक गया। मुझे उपमुख्यमंत्री बनने का भी सम्मान मिला ये उन्‍होंने अपनी इच्‍छा से ये फैसला लिया है।

ईश्‍वरप्‍पा ने मांगी है ये अनुमति
ईश्‍वरप्‍पा ने कहा मैंने कर्नाटक भाजपा चुनाव समिति की बैठक में अपने फैसले के बारे में बात की थी जो कुछ दिन पहले बेंगलुरु में हुई थी लेकिन पार्टी के नेताओं प्रह्लाद जोशी, नलिन कुमार कतील और अन्य ने मेरे फैसले को स्वीकार नहीं किया और इसलिए मैंने पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा को मेरे फैसले को स्वीकार करने के लिए लिखा। इस बारे में पार्टी निर्णय लें और मुझे कर्नाटक में पूर्ण बहुमत के साथ भाजपा को वापस लाने के लिए और अधिक जिम्मेदारियों के साथ काम करने की अनुमति दें।

क्‍या उम्र सीमा पार करने के बाद ईश्‍रप्‍पा ने लिया है ये फैसला
हालांकि माना जा रहा है कि ईश्वरप्पा जिन्होंने पिछले महीने संकेत दिया था कि उन्हें उम्मीदवार के रूप में हटा दिया जाएगा ये उनका एक पूर्वव्यापी कदम हो। याद रहे ईश्वरप्पा इस जून में 75 वर्ष के हो गए, नेताओं के चुनाव लड़ने और पदों पर बैठने के लिए भाजपा में अनौपचारिक आयु सीमा को पार कर चुके हैं। याद रहे भाजपा के वरिष्‍ठ नेता और कर्नाटक विधानसभा चुनाव के पूर्व मुख्‍यमंत्री येदियुरप्‍पा ने भी चुनाव ना लड़ने का ऐलान किया था।

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