एकनाथ शिंदे और 15 विधायकों ने 6500 पन्नों में दिया अयोग्यता के नोटिस का जवाब, टेंपो से स्पीकर को भेजे कागजात
मुंबई
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना के विधायकों ने महाराष्ट्र विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर द्वारा जारी अयोग्यता नोटिस पर अलग-अलग हजारों पन्नों के जवाब दाखिल किए हैं। शिवसेना विधायक और पार्टी प्रवक्ता संजय शिरसाट ने कहा कि प्रत्येक विधायक ने 6,000 से 6,500 पृष्ठों का जवाब दाखिल किया है। उन्होंने कहा, यह कोई संयुक्त वक्तव्य नहीं है। हर विधायक ने 6,000 से 6,500 पृष्ठों का अलग-अलग जवाब दाखिल किया है।
शिरसाट उन 16 विधायकों में से एक हैं जिनके खिलाफ जून 2022 में तत्कालीन मुख्यमंत्री और अविभाजित शिवसेना के प्रमुख उद्धव ठाकरे के खिलाफ विद्रोह करने के बाद अयोग्यता नोटिस जारी किए गए थे। ठाकरे समूह ने उन्हें अयोग्य घोषित करने के लिए विधानसभा अध्यक्ष के समक्ष याचिका दायर की थी। शिरसाट ने कहा, जवाबों को एक टेंपो में भेजा गया है। संपर्क करने पर, शिवसेना विधायक सदा सरवनकर और बालाजी किनिकर ने कहा कि उन्हें इस बात की जानकारी नहीं है कि नोटिस के जवाब कितने लंबे हैं।
महाराष्ट्र विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि वह फिलहाल इस विषय पर चर्चा नहीं करना चाहेंगे। उन्होंने कहा, ''अयोग्यता मुद्दे पर निर्णय लेते समय स्पीकर एक अर्ध न्यायिक प्राधिकारी होता है। मैं अब इस पर चर्चा नहीं करूंगा और हम प्रक्रिया के अनुसार आगे बढ़ेंगे।'' आपको बता दें कि स्पीकर ने 16 विधायकों को 7 जुलाई 2023 को जवाब देने के लिए नोटिस जारी किया था। विधायकों को अपना जवाब देने के लिए सात दिन का समय दिया गया था। विधायकों ने अपना जवाब देने के लिए स्पीकर से और समय मांगा था।
उद्धव गुट ने पहले ही सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है और मांग की है कि महाराष्ट्र स्पीकर को 15 दिनों के भीतर अयोग्यता पर आदेश देने का आदेश दिया जाए। सुप्रीम कोर्ट ने मई में अपने आदेश में कहा था कि महाराष्ट्र विधानसभा अध्यक्ष को अयोग्यता की कार्यवाही पर उचित समय के भीतर निर्णय लेना होगा।