रायपुर
कलेक्टर डॉ सर्वेश्वर भुरे द्वारा कल की मीटिंग में दिये गये सख़्त निदेर्शों के बाद आज राजधानी रायपुर शहर ही नहीं बल्कि आसपास के दूसरे नगरीय निकायों मे भी खुले में घूम रहे मवेशियों की धरपकड़ पूरे दिन जारी रही। दो दिन में ही जिले में खुले में घूम रहे और सड़को पर बैठने वाले साढ़े आठ हजार से अधिक मवेशियों को पकड़ कर गौठानों- कांजी हाउसों में पहुँचाया जा चुका है।
नगर निगम और पशुपालन विभाग के दल आज भी दिन भर खुले में घूमने वाले मवेशियों को रास्तों से पकड़ कर उठाने में लगे रहे। रायपुर शहर में टाटीबंध से लेकर वीआईपी रोड, बिलासपुर-रायपुर राष्ट्रीय राजमार्ग, जगदलपुर रोड, विधानसभा रोड, बीरगाँव निगम क्षेत्र तक आवारा पशुओं और खुले में सड़को पर घुम रहे मवेशियों को नगर निगम के अमले ने पकड़ पास के गौठान और कांजी हाउस पहुँचाया। रायपुर जिÞले के तिल्दा नेवरा नगर पालिका, बिलासपुर-रायपुर मार्ग पर सरोरा, उरला, पथरीडीह में भी रोका-छेका अभियान के तहत आवारा और सड़क पर घूम रहे मवेशियों को पकड़ गौठान में भेजा गया। राष्ट्रीय राजमार्ग पर रसनी, बैहार, आरंग, पारागाँव, जगदलपुर मार्ग पर उपरवारा मोड़ पर भी खुले में घूम रहे पशुओं की धर पकड़ की गई।
इस दौरान पशुपालन विभाग के अधिकारियों, पशु चिकित्सकों और नगर निगम के मेल ने आवारा मवेशियों के गले में रेडियम बेल्ट भी डाला। ताकि रात के समय गाडियों की लाइट से बेल्ट चमकने से सड़क दुर्धटनाओं को रोका जा सकें। पशुपालन विभाग के कर्मचारियों ने पशुओं की टेगिंग भी की ताकि ऐसे पशुओं की पहचान की जा कर आगे उनके मालिकों के विरुद्ध करवाई की जा सके। पिछले दो दिनों में ही रायपुर जिÞले में लगभग 18 सौ से अधिक पशुओं को रेडियम बेल्ट पहनाये गए है और लगभग डेढ़ हजार पशुओं की टेगिंग की गई है। खुले में घूम रहे मवेशियों की धर पकड़ में स्थानीय पार्षदों, सरपंचों और जनप्रतिनिधियों की भी सहायता ली जा रही है।
बैठक में पशुपालन विभाग के अधिकारियों द्वारा बताया गया कि रेडि?म बेल्ट और टैगिंग लगाने की कार्रवाई की जा रही है जिसमें रायपुर जिला प्रथम स्थान पर है। जिले में अब तक 1 हजार 769 आवारा पशुओं को रेडियम बेल्ट लगाया गया है और 1 हजार 406 पशुओं में टैगिंग की गई है। साथ ही 8 हजार 687 पशुओं को गौ-शाला और गौठानों में शिफ्ट किए गए है।