बिलासपुर
आज से दो अगस्त तक सामाजिक आर्थिक सर्वेक्षण के सत्यापन के लिए जिले के शिक्षकों की ड्यूटी लगाई गई है जिसके चलते स्कूल में पढ़ाई प्रभावित होगी। इस संबंध में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी ने जिला शिक्षा अधिकारी को पत्र लिखकर सभी बीईओ को शिक्षकों की सत्यापन कार्य में ड्यूटी लगाने के लिए निर्देशित करने के लिए कहा था।
प्रदेश में 1 अप्रैल से राज्य सरकार ने सामाजिक आर्थिक सर्वेक्षण करवाया था कब सर्वेक्षण में दी गई जानकारी के भौतिक सत्यापन के लिए 24 जुलाई से 2 अगस्त तक के शिक्षकों की ड्यूटी लगाई गई है यह शिक्षक घर घर जाकर सर्वेक्षण में दी गई जानकारी का भौतिक सत्यापन करेंगे। सत्यापन के लिए बड़ी संख्या में प्रधान पाठकों को व शिक्षकों की ड्यूटी लगाई गई है, जो 2 अगस्त तक निर्धारित स्थानों में सर्वेक्षण के सत्यापन के लिए घर-घर घूमेंगे और भौतिक सत्यापन का कार्य करेंगे तब तक के स्कूलों में पढ़ाई प्रभावित होगी और यदि सत्यापन का कार्य 2 अगस्त तक पूरा नहीं होता है तो इसे आगे भी बढ़ाया जा सकता है जिसके चलते आगे भी पढ़ाई प्रभावित होने की आशंका है।
छत्तीसगढ़ में सामाजिक आर्थिक सर्वेक्षण कराया गया था जिसमें लोगों ने अपनी मर्जी से जानकारी दी थी जिसके चलते इसका सत्यापन कराए जाने का निर्णय लिया गया है। नवीन सर्वेक्षण नहीं किया जाएगा बल्कि सिर्फ सत्यापन कार्य किया जाएगा। इसके लिए सत्यापन कार्य करने वालों को सर्वे डाटा के अनुसार परिवारों की सूची पोर्टल में जनपद लॉगइन अंतर्गत प्रदाय किया गया है। जिसे प्रत्येक पोर्टल की जानकारी उपलब्ध है। वहीं राज्य स्तर से सत्यापन हेतु एक मोबाइल एप्लीकेशन उपलब्ध कराया गया है। इसके माध्यम से सत्यापन का कार्य किया जाएगा। सत्यापन हेतु प्रत्येक पंचायत का लॉगइन आईडी और पासवर्ड जनपद पंचायतों को उपलब्ध कराया गया है। इसमें शिक्षक व हेड मास्टर गांव में घूम घूम कर सत्यापन कार्य करेंगे।