डॉ. मोहन यादव मंत्रिमंडल विस्तार, किसे मिलेगा मंत्री का तमगा?
भोपाल। जैसा की शुरुआत से ही तय लग रहा था कि नए मुख्यमंत्री के बाद मंत्री पद के लिए भी नए चेहरों को शामिल किया जाएगा। साथ ही स्पीकर के पद पर वरिष्ठ भाजपा नेता एवं पूर्व मंत्री गोपाल भार्गव के चयन के बाद पूर्व मंत्रियों में कशमकशता छा गई है। वहीं कई तीसरी बार के विधायकों ने अपने मातहत कार्यकर्ताओं को नियुक्त कर बैनर पोस्टर लगाने के लिए डिज़ाइन भी तैयार कर ली है।
22 या 24 मंत्री हो सकते हैं पहली लिस्ट
मध्यप्रदेश में अधिकतम 34 मंत्री बनाए जा सकते हैं। लेकिन अभी 22 से 24 नामों पर चर्चा हो रही है। साथ ही एक लोकसभा क्षेत्र से कई-कई दावेदार होने से सस्पेंस बना हुआ है। लेकिन पूर्व मंत्रियों के साथ एक ही लोकसभा क्षेत्र से 3 से 5 विधायकों के चहेते अपने विधायक को मंत्री पद मिलने की आस लगाए हुए हैं। ऐसे में विधायकों के लिए मंत्री पद की आस लगाए हुए नेता लगातार राजधानी भोपाल से लेकर दिल्ली हाईकमान तक सक्रिय हैं। ऐसे में भाजपा के आला नेता और भाजपा संगठन की पारदर्शी स्वरचना के चलते हाथों-हाथ ओंधे मुंह गिर रहें। यदि लोकसभा क्षेत्र से एक मंत्री भी लिया जाता है तो 29 लोकसभा क्षेत्र से 29 मंत्री होंगे। इसके अतिरिक्त सांसद से विधायक बने राकेश सिंह, प्रहलाद पटेल, रीति पाठक और राव उदय प्रताप सिंह के साथ ही कैलाश विजयवर्गीय को मंत्री बनाया जा सकता है।
18 से 20 मंत्री ले सकते हैं शपथ
इस चुनाव में 33 में से 31 मंत्रियों को टिकट दिया गया था। इसमें से 12 चुनाव हार गए, जबकि 19 मंत्री चुनाव जीतकर फिर विधानसभा पहुंचे हैं। वहीं भाजपा के लिए यह तय कर पाना मुश्किल हो रहा है कि किसका नाम रोकें और किसे मंत्री बनाया जाए। मंगलवार को नहीं होगा शपथ समारोह जानकार सूत्रों कि माने तो मंत्रिमंडल विस्तार को हरी झंडी मिल गई है और जल्द ही मंत्रियों को शपथ दिलाई जा सकती है। हालांकि अब एक बार फिर से नामों पर विचार मंथन होगा। माना जा रहा है कि मंगलवार को होने वाली बैठक में नामों की सूची को अंतिम रूप दिया जा सकता है। जिससे बुधवार या गुरुवार को शपथ समारोह संभव होगा।
यशस्वी नेतृत्व करेगा फैसला: मुख्यमंत्री मोहन यादव
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर कहा था कि इसका फैसला यशस्वी केंद्रीय नेतृत्व ही करेगा। इसके बाद शनिवार को पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व की ओर से मुख्यमंत्री यादव, प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष वीडी शर्मा और प्रदेश संगठन महामंत्री हितानंद शर्मा को दिल्ली से बुलावा आया था। जिसके बाद रविवार शाम को अहम बैठक हुई थी। जिसमें एक लिस्ट पर सहमती बन गई थी। संवभवत: पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को इसीलिए दिल्ली बुलाया गया है। मंगलवार को एक बार फिर तय हुए नामों पर चर्चा होगी। उसके बाद जो नाम छनकर बाहर आएंगे उनको मंत्री पद की शपथ के लिए बुलाया गया।
इंदौर-भोपाल से कौन होगा मंत्री इसके लिए चर्चाएं आम
भारतीय जनता पार्टी की एक और मंत्रियों को लेकर विचार विमर्श चल रहा है। लेकिन विधायकों के समर्थकों के दावों की माने तो उनके विधायक ही मुख्य दावेदार हैं। कई विधायकों की इतनी तैयारी हो गई है कि कहां पर कौन सा कार्यकर्ता वोट लगवाएगा और कौन डीजे बजवाएगा और कौन फटाके फुड़वाएगा। जानकारों की माने तो इंदौर में भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय और रमेश मेंदोला का नाम लगभग फायनल है। तो भोपाल में रामेश्वर शर्मा का नाम भी लगभग तय माना जा रहा है। साथ अन्य क्षेत्रों के विधायक भी मंत्री पद की रेस में शामिल है। जिसका खुलासा आज या कल में हो जाएगा।