मऊगंज के कलेक्टर अजय श्रीवास्तव की कार्यशैली की जिलेवासीयों ने की सराहना
मऊगंज
हाल ही में रीवा जिले से अलग कर बनाया गया 53वां जिला मऊगंज छोटा जिला नहीं है। मऊगंज जिले में 1070 गांव हैं जिनके विकास पर जिला कलेक्टर अजय श्रीवास्तव का फोकस है। गठन के समय मऊगंज जिले में मऊगंज, हनुमना और नईगढ़ी तहसील शामिल किया गया था। हाल ही में कैबिनेट बैठक मेें नई तहसील देवतालाब के गठन को मंजूरी मिल गई है।
प्रदेश के बड़े जिलों में शुमार मऊगंज में 30 जिलों के मुकाबले ज्यादा गांव है। कलेक्टर अजय श्रीवास्तव की कार्यशैली के जिलेवासी सराहना कर रहे हैं। फोन कॉल पर सर्वसुलभ कलेक्टर से कोई भी व्यक्ति संपर्क कर अपनी समस्या बता सकता है। वहीं कलेक्टर मेधावी छात्रों के भविष्य को लेकर भी उनकी मदद को तत्पर रहते हैं। हाल ही में दिव्यांग कृष्ण कुमार केवट को उन्होंने लैपटॉप भेंट किया था। इसी तरह एक छात्रा को आॅनलाइन पढ़ाई के लिए वे मोबाइल फोन गिफ्ट कर चुके हैं।
गोवंश सड़क पर छोड़ने वालों पर कार्रवाई
कलेक्टर अजय श्रीवास्तव ने मऊगंज जिले के लोगों से कहा है कि हम जिस तरीके से बुजुर्ग माता-पिता की सेवा करते हैं। ठीक उसी तरीके से गोवंश की भी सेवा करें। गौशाला से लाकर आप अपने घर में एक या उससे ज्यादा गोवंश रखें। जिला प्रशासन की तरफ से उठाए गए इस पहल का मकसद है कि पशुओं की समस्या दूर हो व सड़के भी सुरक्षित हो। गोवंश को सड़क पर आवारा छोड़ने वालों के खिलाफ धारा 144 के तहत कार्रवाई होगी। मऊगंज के कलेक्टर ने खुद 5 गायों को पालने की बात कही है।
एक तहसील की और सौगात
मऊगंज जिले में अब चार तहसील हो गई है। हाल ही में हुई कैबिनेट बैठक में देवतालाब को तहसील बनाया गया है। जिला मऊगंज में नवीन तहसील देवतालाब के कुशल संचालन के लिये कुल 17 पद स्वीकृत किये गये है। इसमें तहसीलदार का 1, नायब तहसीलदार का 1, सहायक ग्रेड-2 के 2, सहायक ग्रेड-3 के 4 सहायक ग्रेड-3 (प्रवाचक) के 2, जमादार / दफतरी/ बस्तावरदार का 1, वाहन चालक का 1 और भृत्य के 5 पद शामिल है।