उद्धव ठाकरे की पार्टी में भी मतभेद! राउत और आदित्य के खिलाफ हुए विधायक
महाराष्ट्र
महाराष्ट्र में सियासी उथल पुथल थमने के आसार नहीं हैं। अब शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) के विधायक भी आदित्य ठाकरे और संजय राउत जैसे नेताओं के खिलाफ सुर उठा रहे हैं। मामला बारसू में प्रस्तावित रिफायनरी से जुड़ा हुआ है, जिसका ठाकरे और राउत विरोध कर रहे हैं। जबकि, उनकी ही पार्टी के एक विधायक खुलकर इसके समर्थन में आ गए हैं।
राजापुर विधायक राजन सालवी ने कहा, 'अगर कोंकण में रिफाइनरी आएगी, तो स्थानिय लोगों के लिए रोजगार उपलब्ध होगा। कोंकण के अधिकांश युवा नौकरियों के लिए मुंबई में बसे हुए हैं, लेकिन अगर यह प्रोजेक्ट कोंकण में आता है, तो उन्होंने नौकरी की तलाश में शहर नहीं जाना पड़ेगा। मैं इस मामले में प्रोजेक्ट का समर्थन करता हूं।'
खास बात है कि राउत और आदित्य प्रदर्शनकारियों का समर्थन कर रहे हैं और प्रोजेक्ट को रुकवाने की बात कह रहे हैं। इसी बीच सालवी की तरफ से मिले समर्थन ने पार्टी में ही जारी मतभेदों के संकेत दे दिए हैं। सरकार में मंत्री उदय सामंत ने मंगलवार को बताया था कि पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने ही रत्नागिरी के नानर से बारसू में रिफाइनरी शिफ्ट करने को हरी झंडी दी थी।
राउत हैं खिलफ
राउत ने साफ कर दिया है कि अगर जनता विरोध करेगी, तो पार्टी प्रोजेक्ट का समर्थन नहीं करेगी। उन्होंने कहा था, 'नानर में विरोध था, लोग सड़कों पर उतर आए। इसलिए मुख्यमंत्री के तौर पर उन्होंने (ठाकरे) ने वैकल्पिक स्थान के लिए बारसू का सुझाव दिया था। लेकिन अगर लोग प्रोजेक्ट का विरोध करेंगे, तो शिवसेना (UBT) इसका समर्थन नहीं करेगी…।'
उन्होंने कहा था, '…अगर लोग विरोध के लिए आगे आते हैं, अगर वे तय कर चुके हैं कि मरना भी पड़े तो इस मुद्दे को छोड़ेंगे नहीं, तो पत्र की कीमत शून्य है। शिवसेना लोगों के साथ है।' ठाकरे ने केंद्र को रिफाइनरी को लेकर पत्र लिखा था।