वंचित बच्चों के पोषण के लिए धन जुटाने देसी हांडी फ़ूड फेस्ट आज से
भोपाल
प्रदेश के पारम्परिक व्यंजनों तथा लोक कलाओं को एक मंच पर एकजुट करने के उद्देश्य से भोपाल के हेशल फाउंडेशन तथा कुटीर एवं ग्रामोद्योग विभाग की ओर से 18 और 19 मार्च को बिट्टन मार्केट दशहरा मैदान में देसी हांडी फूड फेस्ट किया जा रहा है। इसमें प्रदेश की 5 जनजातियों द्वारा निर्मित किये जाने वाले दुर्लभ जनजातीय व्यंजनों के साथ प्रदेश के विभिन्न अंचल में प्रचलित व्यंजनों का स्वाद चखने को मिलेगा।
आयुक्त म.प्र. हाथकरघा एवं हस्तशिल्प श्रीमती अनुभा श्रीवास्तव ने बताया कि फेस्ट में म.प्र. खादी तथा ग्रामोद्योग बोर्ड की ओर से प्रदेश के उत्कृष्ट कबीरा खादी और विन्ध्या वैली उत्पाद प्रदर्शित किये जाएंगे। साथ ही चरखे पर सूत कताई, करघे पर कपड़े की बुनाई का प्रत्यक्ष प्रदर्शन भी किया जायेगा। इसके अतिरिक्त मिलेट्स और विन्ध्या वैली ब्रांड के मसालों का उपयोग करते हुए मालवांचल के प्रसिद्ध व्यंजन दाल – बाफले भी उपलब्ध कराये जायेंगे।
हेशल फाउंडेशन के श्री सब्यसाची तथा दीपांजन के अनुसार "फूड फेस्ट" प्रदेश के स्वाद और रंगों को एकजुट करने का प्रयास है, जिसका उद्देश्य वंचित बच्चों के पोषण के लिए धन जुटाना है। यह पहली बार होगा जब जनजातीय, ग्रामीण और पारंपरिक भोजन को एक साझा मंच पर परोसा जाएगा। फेस्ट का मुख्य आकर्षण मिलेट्स 'श्री अन्न' होगा जो धीरे-धीरे वैश्विक स्तर पर खाद्य आंदोलन में बदल रहा है।
राज्य हस्तशिल्प विकास निगम द्वारा प्रदेश के हेरिटेज हाथकरघा, हस्तशिल्प उत्पादों और कलाओं को प्रदर्शित किया जाएगा। साथ ही ब्लाक प्रिंट, ज़री – ज़रदोज़ी, खराद शिल्प, गोंड पेंटिंग जैसी पारंपरिक कलाओं का प्रत्यक्ष प्रदर्शन भी होगा।
प्रदेश की पारंपरिक माटी कला को प्रदर्शित करने के उद्देश्य से म.प्र. माटीकला बोर्ड की ओर से राज्य स्तरीय पुरस्कार विजेता श्री देवीदीन द्वारा विशाल मिट्टी की हांडी भी प्रदर्शनी स्थल पर तैयार की जा रही है।
फेस्ट में जनजातीय नृत्य, कथक और लोक गायन जैसे कार्यक्रम भी होंगे। हर उम्र के लोगों के लिए मनोरंजन के विकल्प भी होंगे। फेस्ट का समय दोपहर 12 से रात 10 बजे तक होगा।